Dilip Ghosh – अमित शाह तीन दिन के कोलकाता दौरे पर हैं। आज उनकी राज्य भाजपा के नेताओं की साथ बैठक है।
Dilip Ghosh
इस बीच लम्बे समय से भाजपा के बड़े कार्यक्रमों, पीएम मोदी की सभाओं से नदारद रहने वाले दिलीप घोष भी अमित शाह की बैठक में पहुंचे हैं।
Dilip Ghosh के बैठक में पहुंचने के बाद यह साफ़ हो गया है कि दिलीप घोष को पार्टी ने किनारे नहीं किया है।
नए पुराने के बीच सामंजस्य न होने की चर्चा के बीच दिलीप घोष काफी समय से भाजपा के मुख्य कार्यक्रमों से गैर हाजिर थे।
अब ऐसे में सवाल है कि क्या दिलीप घोष और पार्टी में दूरियां कम होंगी? हालाँकि शमीक भट्टाचार्य ने अध्यक्ष पद ग्रहण करते ही कहा था की दिलीप घोष पार्टी के ही साथ है और उनकी अपनी भूमिका है।
उल्लेखनीय है कि दिलीप घोष बंगाल भाजपा के सबसे सफल अध्यक्ष रहें हैं। उनके समय में बंगाल में भाजपा की जड़ें मज़बूत हुई थी।
2018 के लोकसभा चुनाव में बंगाल में भजपा की 18 सीटों पर जीत के पीछे दिलीप घोष का योगदान है। बाद में, समय के साथ पार्टी में नए चेहरे आए हैं।
एक तरफ नए लोगों की ज़िम्मेदारियां बढ़ी तो दूसरी तरफ पार्टी ने पुराने लोगों से दूरी बना ली है। दिलीप घोष भी उसी लिस्ट में थे।
