कोलकाता। पश्चिम बंगाल में राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच चिट्ठियों के जरिये वाद-प्रतिवाद का दौर चल रहा है। शनिवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 13 पन्नों की एक चिट्ठी राज्यपाल जगदीप धनखड़ को लिखी है जिसमें राज्यपाल को बंगाल सरकार की उपलब्धियों और प्रतिबद्धताओं के बारे में विस्तार से बताया गया है।
जवाब में राज्यपाल ने ट्वीट किया
इसके अलावा हर छोटी-बड़ी बात में राज्यपाल का हस्तक्षेप और सांवैधानिक पहलुओं को सार्वजनिक करने को लेकर भी सवाल खड़ा किया है। इसके जवाब में राज्यपाल ने ट्विटर पर लिखा है कि मुख्यमंत्री को इस लड़ाई को परे हटाकर राज्य के लोगों के हित में काम करने पर ध्यान देना चाहिए।
दरअसल राज्यपाल जगदीप धनखड़ कभी पत्र लिखकर तो कभी ट्विटर के जरिये ममता सरकार को निशाने पर लेते हुए उसकी विफलता गिनाते हैं और साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से वार्ता की अपील भी करते हैं।
सीएम की चिट्ठी का जवाब समय पर देने की बात
शनिवार को सीएम ने उसी के उत्तर में उन्हें चिट्ठी लिखी है। मुख्यमंत्री की चिट्ठी मिलने के बाद शनिवार अपराह्न राज्यपाल ने ट्विटर पर तीन ट्वीट किया है। इसमें सीएम की चिट्ठी का जवाब समय पर देने की बात कही।
साथ ही राज्यपाल ने कहा है कि यह ऐसा संकट का समय है जब जनता अनदेखे मुसीबत को झेल रही है। ऐसे समय में मुख्यमंत्री को लोगों की समस्याएं दूर करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। मैं उनसे अपील करता हूं कि वह एकजुट होकर काम करें। उन्होंने कहा कि सीएम का यह रूख सराहनीय है कि आपदा की इस घड़ी में वह एकजुटता की पक्षधर हैं। लेकिन उनकी चिट्ठी में किए गए दावे और तथ्यों से मैं सहमत नहीं हूं। बंगाल ऐसी स्थिति में है जहां हालात बहुत गंभीर हैं। ऐसे में सीएम को एकजुट तरीके से काम करना ही चाहिए। ट्विटर पर राज्यपाल ने कहा है कि वह ममता बनर्जी की चिट्ठी का उचित जवाब भी देंगे।
