कोलकाता। शोभन चटर्जी ने गुरुवार को कोलकाता नगर निगम के मेयर पद से इस्तीफा देने के बाद पत्रकारों से बात की। उन्होंने स्पष्ट किया कि मंत्री पद से लेकर मेयर पद तक छोड़ने का निर्देश मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिया था और उन्हीं के निर्देशों का पालन उन्होंने किया है। उन्होंने साफ किया कि अगर पार्टी कहे तो वे पार्षद का पद भी छोड़ देंगे। फिरहाद वहां से जीतकर मेयर बन सकते हैं। उन्हें कोई समस्या नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि आखिरकार मंत्री से लेकर मेयर पद तक उन्होंने क्यों छोड़ा है, तब उन्होंने कहा कि “मैंने जो भी फैसला लिया है उसके पीछे ममता बनर्जी की इच्छा है। उन्होंने जो जो निर्देश दिया था वही मैंने किया है।”
ज्ञात हो कि साल 2010 में तृणमूल कांग्रेस ने कोलकाता के अधिकतर वार्डों में जीत दर्ज की थी जिसके बाद शोभन चटर्जी को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मेयर बनाया था। उसके बाद आठ सालों से वह इस दायित्व को निभा रहे थे। गुरुवार को जब उन्होंने मेयर पद से इस्तीफा दिया तो उनके बयान में पद जाने का दर्द भी छलक रहा था हालांकि उन्होंने कहा कि मैं मेयर या मंत्री के रूप में जन्म नहीं लिया था। मैंने जो कुछ भी किया सब कुछ पार्टी का निर्देश मानकर किया और आगे भी वही करूंगा जो पार्टी चाहेगी।
मेयर पद से इस्तीफे के बाद शोभन जब संवाददाताओं से बात कर रहे थे तब उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से तो उन्हें कोई सूचना नहीं दी गई है लेकिन मीडिया के जरिए उन्हें इस बात की जानकारी मिली है कि कोलकाता के अगले मेयर फिरहाद हकीम को बनाया जा रहा है। शोभन ने कहा कि “मैं फिरहाद हकीम को शुभकामना दे रहा हूं। वह मेरे बड़े भाई के समान हैं। उनके उज्जवल भविष्य के लिए मेरी कामना रहेगी।”
जैसे ही शोभन चटर्जी ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया था उसके बाद से ऐसी भी चर्चा चल रही थी कि वह भाजपा का दामन थाम सकते हैं, लेकिन गुरुवार को पत्रकार सम्मेलन के दौरान उन्होंने इन कयासों पर भी विराम लगा दिया। शोभन ने कहा कि आज तक तृणमूल कांग्रेस का कार्यकर्ता रहा हूं और भविष्य में भी रहूंगा। किसी दूसरी पार्टी में मुझे नहीं जाना है।”
