पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी की सरकार को कलकत्ता हाईकोर्ट में फिर झटका लगा है। 11 साल पहले हावड़ा बाली के टीएमसी नेता तपन दत्ता की हुई हत्या के मामले में कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सीबीआई जांच का आदेश दिया है।
कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश के बाद प्रतिमा दत्त ने खुशी जताई और कहा कि पहले उन्हें लगा था कि न्याय मिलेगी, लेकिन फिर लगने लगा कि सीआईडी जांच के नाम पर केवल दिलासा दिया जा रहा है। टीएमसी के नेताओं को बचाया जा रहा है। इसके बाद उन्होंने सीबीआई जांच की गुहार लगाई थी। एक दशक बीत चुका है लेकिन इस मामले के आरोपियों को सजा नहीं मिली है।
उल्लेखनीय है कि सीआईडी जांच के बाद पता चला था कि तपन दत्ता की हत्या की गई थी, क्योंकि उन्होंने आर्द्रभूमि को भरने के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था। चार्जशीट में हावड़ा के कई टीएमसी नेताओं के नाम थे। 26 सितंबर 2011 को CID ने कोर्ट में एक और सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की जिसमे नौ लोगों के नाम बिना कोई कारण बताए चार्जशीट से हटा दिए गए। ये सभी हावड़ा के टीएमसी नेता थे। सीआईडी ने पहली चार्जशीट में हावड़ा के कई नेताओं सहित टीएमसी मंत्री अरूप रॉय का नाम था।