चैत्र मास के शुक्ल पक्ष का सनातन धर्म में विशेष स्थान है। इसकी प्रतिपदा से नववर्ष की शुरुआत होती है और चैत्र नवरात्रि प्रारम्भ होते हैं जिसमें मां दुर्गा की अराधाना की जाती है। इस बार चैत्र नवरात्र दो अप्रैल से शुरू हो रहे हैं।
रिसर्च सेंटर ऑफ एस्ट्रो मेडिकल के ज्योतिष प्रभाकर डॉ राकेश व्यास ने बताया कि घट स्थापना का समय सुबह 5 बजकर 28 मिनट से 12:05 तक है लेकिन बात शुभ मुहूर्त की करें तो घट स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 1 मिनट से लेकर सुबह 8 बजकर 31 मिनट तक डेढ़ घंटे की अवधि का है।
डॉ व्यास ने बताया कि चौघड़िया के अनुसार सुबह 5:28 से 7:01 तक काल का चौघड़िया, 8:31 से लेकर 10:07 तक रोग का चौघडिया और राहुकाल और 10:07 से 11:40 तक उद्वेग का चौघड़िया है इसलिए इस समय में घट स्थापना नहीं करना चाहिए।
ज्योतिष प्रभाकर व्यास के अनुसार अमृत काल 8:53 से 10:32 तक है और अभिजीत मुहूर्त 11:15 से 12:05 तक है लेकिन अमृत काल के समय मे रोग का चौघड़िया, राहु काल और वैधृति योग भी है और अभिजीत मुहूर्त के समय भी वैधृति योग है इसलिए इसमें घट स्थापना करना उचित नही है।
