कोलकाता। राष्ट्रीय कन्या (बालिका) दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया है कि उनकी सरकार द्वारा शुरू की गई कन्याश्री योजना बच्चियों की शिक्षा के लिए क्रांतिकारी योजनाओं में से एक है।
गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री ने इस बारे में ट्वीट किया। इसमें उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रीय कन्या दिवस है। बच्चियों की शिक्षा के लिए हमारी सरकार द्वारा शुरू की गई कन्याश्री योजना काफी क्रांतिकारी साबित हुई है। इससे राज्य की बच्चियां ना सिर्फ मजबूत बनी हैं बल्कि पठन-पाठन से लेकर समग्र विकास के मामले में भी आगे बढ़ी हैं। यह इस योजना की सफलता ही थी कि वर्ष 2017 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा इसे प्रथम पुरस्कार दिया गया था। इसके जरिए करीब 60 लाख बच्चियां सशक्त बनी हैं।”
उल्लेखनीय है कि देश में लड़कियों की दयनीय स्थिति को देखते हुए, उनके लिए देश में अवसरों के नये द्वार खोलने के उद्देश्य से इस दिवस को प्रति वर्ष जनवरी माह की 24 तारीख को मनाने की शुरूआत की गई। समाज में लड़कियों और लड़कों को लेकर होने वाले भेदभाव को कम करने के मकसद से इस दिवस की शुरूआत की गई थी। बच्चियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत की है जबकि राज्य की सरकार ने बच्चियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कन्याश्री योजना से लेकर शादी में आर्थिक मदद के लिए रूपश्री योजना तक चलाई है जो काफी सफल साबित हुई है। आज लड़कियां सैन्य क्षेत्र के साथ-साथ अंतरिक्ष कार्यक्रमों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। लड़कियों की स्थिति में सकारात्मक बदलाव एक अच्छा संकेत है, लेकिन अभी हमारा काम पूरा नहीं हुआ है। लड़कियों के सामाजिक उत्थान के लिए अभी बहुत कुछ करना बाकी है।
