कोरोना – मानवता से दुश्मनी मत निभाओ

विचार मंच
अजय तिवारी “शिवदान”
शिक्षक , हावड़ा

इस माहौल में यदि
कभी जब हम खुश होते हैं,
हंसने का दिल तो करता है,
पर दहल उठता है देख कर,
गुस्ताखियां उनकी जो नहीं,
आज भी समझ रहे हैं,
घरों से बाहर सड़कों पर,
अभी भी बिना काम घूम रहे हैं।
खुद की खातिर तो दुश्मन बने हुए ही हैं,
यूं ही इंसानियत को शर्मोसार कर रहे हैं।
कुछ तो डरो, अपने लिए नहीं तो कम से कम
अपने परिवाजनों के लिए ही ।
यूं मानवता से दुश्मनी मत निभाओ।।
बस दिन कुछ हैं जो हाथ में तुम्हारे,
उसको अपनों के साथ घर में बिताओ।।
बचना है अगर और सबको बचाना है तो,
घर की चौखट को लांघ कर बाहर ना जाओ।।

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