Jiban Krishna Saha – प्रवर्तन निदेशालय ने एसएससी भ्रष्टाचार मामले में जीवनकृष्ण साहा के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है।
Jiban Krishna Saha
केंद्रीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तारी के 60 दिन बाद बैंकशाल कोर्ट में यह आरोपपत्र दाखिल किया। बताया जा रहा है कि इसमें कई मुद्दों का जिक्र है।
इतना ही नहीं, आरोपपत्र में जीवनकृष्ण के खिलाफ रुपये के लेन-देन का भी जिक्र है। ईडी द्वारा पेश आरोपपत्र में उनके नाम कई बेनामी संपत्तियों की भी रिपोर्ट है।
अधिकारियों ने दावा किया कि उन्हें इस बात के सबूत मिले हैं कि नौकरी की ‘बिक्री’ का पैसा जीवनकृष्ण के खाते में आया था।
केंद्रीय जांच एजेंसी का यह भी दावा है कि इस बात के सबूत हैं कि उन्होंने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को नौकरी दिलाने के लिए अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया था।
गौरतलब है कि सीबीआई ने दो साल पहले इस मामले में बरन्या के तृणमूल विधायक जीवन कृष्ण साहा को गिरफ्तार किया था।
उनके घर की तलाशी लेने और पूरे दिन पूछताछ करने के बाद केंद्रीय जांचकर्ताओं ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। उस समय विधायक ने अपना मोबाइल फोन भी घर के पीछे तालाब में फेंक दिया था।