Junior Doctors Protest – आंदोलनरत जूनियर डॉक्टरों ने बुधवार दोपहर सरकार के साथ बैठक के लिए चार शर्तें रखीं थी। जिनमे कम से कम 30 लोगों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात, बैठक का सीधा प्रसारण और तीसरी उनकी पांच सूत्री मांग पर चर्चा और बैठक में मुख्यमंत्री की मौजूदगी मुख्य रूप से शामिल थी।
Junior Doctors Protest
शर्तों वाले ईमेल का कोई जवाब नहीं मिलने पर आंदोलनकारियों ने नवान्न के मेल का जवाब नहीं दिया और इंतजार के बाद मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य नवान्न से प्रेस कॉन्फ्रेंस में बैठीं।
मुख्य सचिव मनोज पंत और राज्य पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार भी उपस्थित थे। कांफ्रेंस में राज्य की स्थिति स्पष्ट कर दी गई कि सरकार की ओर से किसी भी शर्त को महत्व नहीं दिया जा रहा है। वे शर्तों को किनारे रखकर खुले मन से चर्चा की मांग कर रहे हैं।
Junior Doctors Protest – राज्य ने आंदोलनकारियों को यह भी याद दिलाया कि सुप्रीम कोर्ट ने जूनियर डॉक्टरों को काम पर लौटने के लिए कहा था और समय बीत चुका है।
हालांकि जूनियर डॉक्टरों ने बुधवार रात फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। आंदोलनकारियों ने भी यही कहा है कि वे अपनी वे खुली चर्चा चाहते हैं। दोनों तरफ से अबतक कुछ ऐसा नही दिख रहा है जिससे बातचीत का रास्ता साफ हो सके।
ऐसे में वे बुधवार रात को भी स्वास्थ्य भवन के बाहर प्रदर्शन जारी रहा। अगर नवान्न जूनियर डॉक्टरों की मांगें नहीं मानते तो क्या होगा? क्या जूनियर डॉक्टर अपने मांग से हटकर बातचीत को तैयार होंगे? सबकी नजरें इसपर ही रहेंगीं।