Kalyan Banerjee – तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी ने एक बार फिर ऐसा बयान दिया है जो तृणमूल कांग्रेस में चल रहे नविन प्रवीण के मुद्दे को फिर से बल देने वाला है।
Kalyan Banerjee
Kalyan Banerjee ने कहा कि वह निजी तौर पर डोनाल्ड ट्रंप की जीत की दो तरह से व्याख्या करते हैं। उनके शब्दों में, “एक, अमेरिकी जनता शिक्षित है लेकिन लैंगिकवादी है। इसलिए दोनों बार ट्रम्प ने महिला उम्मीदवार के खिलाफ जीत हासिल की।
दूसरा, ट्रम्प 78 वर्ष के हैं। उनकी जीत ने साबित कर दिया कि राजनीति में उम्र कोई मायने नहीं रखती।
उल्लेखनीय है कि जनवरी महीने में तृणमूल में युवा-वरिष्ठ विवाद से हलचल मची थी। इसकी शुरुआत कुणाल घोष ने की थी जिसके बाद सौगत रॉय ने कहा था कि “दिमाग की उम्र ही वास्तविक है।”
इसके बाद अभिषेक बनर्जी ने उम्र को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट की थी। जिससे यह जिज्ञासा पैदा हो गई थी कि क्या वरिष्ठ नागरिकों को लोकसभा उम्मीदवारों की सूची से बाहर रखा जाएगा?
हालाँकि ऐसा नहीं हुआ। सुदीप बंदोपाध्याय, सौगत रॉय, कल्याण बनर्जी को टिकट मिला। हालांकि उन तीनों उम्मीदवारों के प्रचार में अभिषेक बनर्जी नजर नहीं आये।
सीएम ने खुद युवाओं और बुजुर्गों के बीच संतुलन बनाने को कहा। नविन प्रवीण विवाद में कल्याण का यह बयान कहीं न कहीं दल में उनके लिए था जो वरिष्ठ नेताओं की उम्र को लेकर मुखर हुए हैं।