कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने अपनी किताब में अपनी ही सरकार को कमजोर बताया है। दरअसल तिवारी ने किताब में मुंबई हमले के बाद कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर मनमोहन सरकार की आलोचना की है।
अपनी किताब में मनीष तिवारी ने लिखा कि मुंबई हमले के बाद भारत को पाकिस्तान के खिलाफ सख्त और तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए थी। जो नहीं हुई। तिवारी ने ये भी लिखा है कि कार्रवाई न करना कमजोरी की निशानी है।
मनीष तिवारी ने अपनी किताब में लिखा कि जब किसी देश को अगर निर्दोष लोगों के कत्लेआम करने का कोई खेद नहीं तो संयम ताकत की पहचान नहीं है, बल्कि कमजोरी की निशानी है।
26/11 को मुंबई में हुआ हमला एक ऐसा मौका था जब शब्दों से ज्यादा जवाबी कार्रवाई दिखनी चाहिए थी। मनीष तिवारी ने मुंबई हमले की तुलना अमरीका के 9/11 से करते हुए कहा कि भारत को उस समय तीव्र जवाबी कार्रवाई करनी चाहिए थी।