नरसिंह चतुदर्शी – 100 साल पुरानी परंपरा को जारी रखते हुए बाँसतल्ला में होगा कार्यक्रम

कोलकाता

सनलाइट, कोलकाता। सौ साल पुरानी परंपरा को कायम रखते हुए इस बार भी बड़ाबाजार के बाँसतल्ला में नरसिंह चतुर्दशी धूमधाम से मनाई जाएगी। इस अवसर पर भगवान नरसिंह और भक्त प्रह्लाद के रूप में स्थानीय लोग नाट्य लीला भी करेंगे।

लगभग सौ वर्षों से हो रहा है आयोजन

मुख्य रूप से स्व मगन लाल हर्ष(फागनिया महाराज) और स्व राम किशन नाथानी द्वारा बलदेव जी मंदिर बाँसतल्ला में आयोजित होने वाले नरसिंह चतुर्दशी उत्सव को मंदिर के बाहर भैरव चौक में आयोजित किया गया। तदुपरान्त उनके अनुज स्व मेघराज हर्ष ने अपने मित्र मंडली के साथ मेले का सफल संचालन किया। उनके उपरांत इसी क्रम का निरंतर संचालन स्व चांद रतन हर्ष, स्व पन्ना लाल दुजारी, स्व चम्पालाल दाधीच, देवकिशन पुरोहित, स्व गिरिधर गोपाल हर्ष(तन्नी) आदि ने जारी रखा।

 

आज वर्तमान समय मे दीपक हर्ष एवं जगदीश हर्ष सहित सपन बर्मन, झबरू दुजारी, शंकर सिंह, चंद्र प्रकाश दाधीच,बबलु यादव, विट्ठल आचार्य, राधे हर्ष, संजय मोहता, प्रमोद डागा, मूलचंद आचार्य, पवन पुरोहित, जुगल व्यास, जीतेन्द्र कोठारी एवं सभी मोहल्ला वासी बड़े ही धुमधाम से इस मेले का आयोजन करते है।

 

भगवान नरसिंह के प्राकट्य महोत्सव के दिन भगवान नरसिंह, हिरण्यकश्यप, और उसके पुत्र भक्त प्रह्लाद का स्वांग धर कर प्रभु की लीला का मंचन किया जाता है।वर्तमान में विगत 25 वर्षों से निरंतर भगवान नरसिंह के वेश में गिरिराज हर्ष और हिरण्यकश्यप के रूप में नवरत्न आचार्य, नंदू किराडू, अरुण व्यास आदि रहते हैं।

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