चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, 2 अप्रैल को हिन्दू नववर्ष विक्रम संवत् 2079 का आरंभ होगा। इस बार संवत्सर का नाम नल रहेगा। रिसर्च सेंटर ऑफ़ एस्ट्रो मेडिकल के ज्योतिष प्रभाकर डॉ राकेश व्यास ने बताया कि नवसंवत्सर के राजा शनि तथा मंत्री बृहस्पति होंगे। जिसके कारण प्राकृतिक प्रकोपों के कारण दुर्भिक्ष जन्य परिस्थितयां बनेंगी। सरकार की गलत नीतियों के कारण स्थिति विकट होंगी, महंगाई और आर्थिक अस्थिरता बढ़ेगी, लोगों में असुरक्षा की भावना उतपन्न होगी, क्लिष्ट रोग होंगे। बच्चों में रोग आदि फ़ैल सकता है जिससे चिंताजनक स्थिति बन सकती है।
डॉ राकेश व्यास ने बताया कि नव सम्वतसर में विश्व तथा भारत में मारकाट, हिंसा, आतंक, दंगा और विस्फोट से जनहानि भी हो सकती है। पंजाब, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों में राजनितिक उपद्रव, अशांति और हिंसक घटनाऐं देखने को मिल सकती है।
भारत की विदेश निति पर भी इसका असर देखने को मिल सकता है और चीन पाकिस्तान जैसे देशों से बात करने के लिए बाध्य होना पड़ सकता है। भारत, पाकिस्तान अफगानिस्तान, नेपाल फ्रांस आदि में देशद्रोह-राजद्रोह, कट्टरता और आतंकवाद जैसे मामलों को बल मिलेगा। अफगानिस्तान-यमन-तुर्की आदि देशों में गृहयुद्ध जैसी स्थिति देखने को मिल सकती है।