Opposition Unity

Opposition Unity – मिशन 2024 – कितनी सफल हो पाएगी “विपक्ष जोड़ो यात्रा”

विचार मंच

2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने (Opposition Unity) की कवायद फिर से तेज हो गई है। सभी दल आपस मे चर्चा कर बीजेपी हटाओ के मिशन को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। यह सुनना जितना आसान लगता है उतना है नहीं। सभी दलों के मुखिया की अपनी महत्वाकांक्षा है। सभी उस महत्वाकांक्षा को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। ऐसे में विपक्ष को एकजुट करना इतना आसान नहीं है।

ममता बनर्जी और नीतीश कुमार लगें हैं कोशिश में

हालांकि इस कोशिश में जो 2 बड़े नाम सबसे ऊपर है वह है ममता बनर्जी और नीतीश कुमार। ममता बनर्जी ने विपक्ष को एक करने के लिए सभी से मुलाकात करनी शुरू कर दी है। चाहे अखिलेश यादव और कुमार स्वामी का उनसे कोलकाता आकर मिलना हो या ममता बनर्जी का नवीन पटनायक से उड़ीसा जाकर मिलना हो। हाल ही में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ममता बनर्जी से मिलकर गए हैं।

Opposition Unity – ममता बनर्जी चाहती हैं कांग्रेस विहीन विपक्ष

ममता बनर्जी ने तो अपनी तैयारी शुरू कर दी है लेकिन ममता बनर्जी चाहती है कि कांग्रेस विहीन विपक्ष हो। उन्होंने कई बार इसे लेकर साफ किया है कि कांग्रेस को साथ लेना नहीं चाहती है। चाहे सागरदिघी के उपचुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस पर बिफरना हो या तृणमूल सांसद सुदीप बंदोपाध्याय का यह कहना कि कांग्रेस खुद को विपक्ष का बिग बॉस समझती है, यह दर्शाता है कि वह कांग्रेस विहीन विपक्ष को लेकर आगे बढ़ना चाहती है। सुदीप बंदोपाध्याय ने तो यहां तक कह दिया था कि भाजपा चाहती है कि राहुल गांधी विपक्ष का चेहरा हो जिससे नरेंद्र मोदी को चुनाव में फायदा होगा। मतलब साफ है कि ममता बनर्जी कांग्रेस विहीन विपक्ष के पक्ष में है।

Opposition Unity – कांग्रेस को लेकर चल रहें हैं नीतीश कुमार

वहीं दूसरी तरफ इसी मिशन को लिए विपक्ष को जोड़ने में लगे हुए है नीतीश कुमार। नीतीश कुमार भी 2024 में बीजेपी को हटाने की कोशिश में आगे बढ़ रहे हैं। इस संबंध में उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, ममता बनर्जी और अखिलेश यादव से भी मुलाकात की। केजरीवाल ने कहा कि नीतीश कुमार सभी को एक साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं हम उनके साथ हैं। नीतीश कुमार के समर्थन में बाकी दल भी दिख रहे हैं। हालांकि यह समर्थन एकजुट होने को लेकर है न कि पीएम पद की दावेदारी को लेकर।

कांग्रेस के सवाल पर बोलीं सीएम ममता बनर्जी – पूरे देश की जनता बीजेपी के खिलाफ लड़ रही है

नीतीश कुमार और ममता बनर्जी में एक बड़ा फर्क कांग्रेस के साथ का है। ममता बनर्जी बिना कांग्रेस के विपक्ष को लेकर आगे बढ़ रही है तो नीतीश कुमार कांग्रेस को साथ लेकर चल रहे हैं। कांग्रेस को लेकर विपक्ष एकजुट हो इसको लेकर मुलाकात के दौरान नीतीश ने बात भी की होगी। तभी ममता बनर्जी से जब कांग्रेस के साथ को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पूरे देश की जनता बीजेपी के खिलाफ लड़ रही है।

हम सबको संदेश देना होगा कि हम एक हैं – ममता बनर्जी

ममता बनर्जी ने साफ-साफ तो कुछ नहीं कहा लेकिन अगले ही जवाब में उनकी यह बातें कि “हम सबको संदेश देना होगा कि हम एक हैं” ने काफी कुछ साफ कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि मेरा व्यक्तिगत अहंकार नहीं है। मैं चाहती हूं कि बीजेपी शून्य हो जाए। यह कहीं ना कहीं यह दर्शाता है कि ममता बनर्जी भी नीतीश कुमार के कांग्रेस सहित विपक्ष जोड़ो यात्रा में साथ हो गई है।

Opposition unity – क्या केसीआर को मना पाएंगें नीतीश कुमार?

इन सबके बाद बचते हैं केसीआर। जो विपक्षी मोर्चा में कांग्रेस के विरोध में दिखते हैं। देखना होगा कि क्या नितीश कुमार उन्हें भी अखिलेश और ममता की तरह मना पाते हैं या नहीं।

क्या किसी एक नाम पर विपक्ष सहमत हो पाएगा?

2024 में सब को एक करना मुश्किल तो है पर नामुमकिन नहीं। अगर ऐसा संभव हो पाया तो अगला सवाल होगा पीएम पद का दावेदार कौन होगा? क्या बिना चेहरे के चुनाव लड़ा जाएगा? क्या अगर विपक्ष के हित में फैसला आया तो भी क्या किसी एक नाम पर विपक्ष सहमत हो पाएगा?

विपक्ष की संयुक्त बैठक के बाद ही हो पाएगी आगे की तस्वीर साफ

फिलहाल ऐसा कहा जा सकता है कि नीतीश कुमार मिशन 2024 के सूत्रधार के रूप में सफल होते दिख रहे हैं। निकट भविष्य में होने वाली विपक्ष की संयुक्त बैठक के बाद ही आगे की तस्वीर साफ हो पाएगी।

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