Paush Maas – पौष मास 16 दिसम्बर 2024 से 13 जनवरी 2025 तक है। इस मास में 5 सोमवार और रविवारीय संक्रांति रहेगी। ज्योतिषाचार्य राकेश व्यास ने बताया कि इस मास में बुध गुरु के मध्य में सम सप्तक योग, मंगल शनि के मध्य में षडाष्टक योग बन रहा है।
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इसके अलावा गुरु शुक्र के मध्य में नवम पंचम दृष्टि संबंध भी है। इन सबके कारण विपरीत जलवायु और प्राकृतिक प्रकोप हो सकते हैं जिसस खड़ी फसलों को हानि हो सकती है।
ज्योतिषचार्य व्यास ने बताया कि पड़ोसी देशों से संबंध तनावपूर्ण हो सकते हैं, छद्म और मनोवैज्ञानिक युद्ध खेलने का प्रयास हो सकता है। कहीं पर शासन परिवर्तन भी हो सकता है।
विश्व भर में राजनीतिक एवं आर्थिक परिस्थितिया पेचिदापूर्ण एवं उलझनपूर्ण हो सकती हैं। यूरोपीय देशों में महंगाई, सूखे और दुर्भिक्ष का भय हो सकता है।
ये समय विश्व के प्रमुख नेता के लिए अनिष्टकर हो सकता है। इस समय के दौरान मौसम का प्रकोप देखने को मिल सकता है।
मैदानी इलाकों में शीतलहर, पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी के अलावा भूस्खलन, भूकम्प, तूफान आदि से हानि के योग भी बन रहे हैं।