प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के मतुआ समुदाय को वर्चुअली संबोधित किया। पीएम ने कहा कि ये मतुआ धर्मियो महामेला, मतुआ परंपरा को नमन करने का अवसर है। ये उन मूल्यों के प्रति आस्था व्यक्त करने का अवसर है जिनकी नींव श्री श्री हरिचांद ठाकुर ने रखी थी। इसे गुरुचांद ठाकुर और बोडो मां ने सशक्त किया। आज शांतनु ठाकुर के सहयोग से ये परंपरा इस समय और समृद्ध हो रही है।
इस दौरान पीएम ने कहा कि आज मैं मतुआ समाज के सभी साथियों से भी कुछ आग्रह करना चाहूंगा। सिस्टम से करप्शन को मिटाने के लिए समाज के स्तर पर आपको जागरूकता को और बढ़ाना है। अगर कहीं भी किसी का उत्पीड़न हो रहा हो, तो वहां ज़रूर आवाज़ उठाएं। ये हमारा समाज के प्रति भी और राष्ट्र के प्रति भी कर्तव्य है।
राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा लेना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है। लेकिन राजनीतिक विरोध के कारण अगर किसी को हिंसा से डरा-धमकाकर कोई रोकता है तो वो दूसरे के अधिकारों का हनन है। इसलिए ये हमारा कर्तव्य है कि हिंसा,अराजकता की मानसिकता अगर समाज में कहीं भी है तो उसका विरोध किया जाए।
