सनलाइट। प्रधानमंत्री मोदी ने त्योहारों से पहले देश के नाम आज के अपने संबोधन में कहा कि जनता कर्फ्यू से लेकर आजतक हममें से अधिकांश लोग अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए अपने घरों से निकल रहें है, बाजारों में रौनक लौट रही है लेकिन इन सबके बीच हमे ध्यान रखना है कि लॉकडाउन गया है वायरस नही।
पीएम मोदी ने कहा कि हमे ध्यान रखना है कि भारत जिस संभली स्थिति में है उसे बिगड़ने नही देना है। भारत मे प्रति 10 लाख साढ़े 5 हजार लोग संक्रमित है जबकि अमेरिका और ब्राजील जैसे देशों में प्रति 10 लाख 25 हजार कोरोना के मामले है। भारत मे मृत्युदर प्रति 10 लाख 83 है और अमेरिका, ब्राजील और स्पेन जैसे देशों में 600 से ज्यादा है। पीएम मोदी ने कहा इन देशों में मामले कम तो हुए लेकिन अचानक चिंतनीय स्थिति में भी पहुंच गए।
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के संपन्न देशो के मुकाबले भारत जीवन बचाने में सफल रहा है। भारत में 90 लाख से ज्यादा बैड, 12 हजार से ज्यादा क्वारेंटीने सेंटर, 2 हजार से ज्यादा लैब है।
पीएम मोदी ने कहा कि सेवा परमो धर्म की भावना से लोग सेवा कार्य कर रहे है इस बीच हमे यह नही मान लेना चाहिए कि कोरोना चला गया है। देखने को मिल रहा है कि लोगों ने सावधानी बरतना बंद कर दिया है। याद रखे कि बिना मास्क घर के बाहर निकलना आपको और आपके परिवार को संकट में डाल सकता है।
पीएम मोदी ने संत कबीरदास की बात याद दिलाते हुए कहा कि
पकी खेती देखिके, गरब किया किसान।
अजहूं झोला बहुत है, घर आवै तब जान।
अर्थात जब तक फसल घर मे न आ जाए तब तक किसान को गर्व नहीं करना चाहिए उसी प्रकार जब तक वेक्सीन नही आती तब तक हमे कोरोना के खिलाफ लड़ाई कमजोर नही करनी है।
आगे पीएम मोदी ने कहा कि जबतक दवाई नही तब तक ढिलाई नही। त्योहारों का मौसम में लापरवाही नही बरतनी है 2 गज की दूरी रखनी है, हाथ साफ करते रहे। और अंत मे पीएम मोदी ने आनेवाले सभी त्यौहारों की सभी देशवासियों को शुभकामनाएं भी दी।
