पीएम मोदी ने उठाया भ्रष्टाचार, भाई – भतीजावाद और नारी शक्ति का मुद्दा – लाल किले से 2024 का एजेंडा सेट?

विचार मंच

आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता को संबोधित करते हुए कई बड़े राजनीतिक संदेश दिए है और बता दिया है कि उनका 2024 का एजेंडा सेट है। उन्होंने बातों बातों में बता दिया है कि भाजपा यह लड़ाई ‘भ्रष्टाचार पर की गई कार्रवाई’ के आधार पर लड़ेगी।

भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग में देशवासियों का मांगा – साथ

अपने संबोधन में जब प्रधानमंत्री मोदी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग में देशवासियों का साथ मांगा उसमें पूरी तरह से भाजपा का 2024 का एजेंडा दिखा जिसे लेकर पार्टी विपक्षी दलों पर हमले करती रही है। पीएम मोदी ने कहा कि लोगों में भ्रष्टाचार के प्रति नफरत दिखती है, लेकिन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कोई चेतना नहीं दिखती। देश को लूटने वालों को अदालत ने दोषी भी माना है, ऐसे भ्रष्टाचारियों का महिमामंडन नहीं किया जाना चाहिए।

पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के खिलाफ जनता का साथ मांगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को खत्म करने में देश के 130 करोड़ लोग मेरा साथ दें ताकि यह देश जीत पाए। 

राजनीती के साथ-साथ हर संस्था में परिवारवाद ने देश को कुपोषित कर दिया है

भाई भतीजावाद और परिवारवाद पर प्रधानमंत्री ने कहा कि दुर्भाग्य से राजनीतिक क्षेत्र की इस परिवारवाद की बुराई ने हिंदुस्तान की हर संस्था को कुपोषित कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘परिवारवाद हमारी अनेक संस्थाओं को अपने में लपेटे हुए है और उसके कारण मेरे देश की प्रतिभा को नुकसान होता है। देश के सामर्थ्य को नुकसान होता है…भ्रष्टाचार का एक कारण परिवारवाद भी बन जाता है।’

उन्होंने कहा कि जब तक इसके खिलाफ नफरत पैदा नहीं होगी तब इन संस्थाओं को नहीं बचा पाएंगे। उन्होंने आह्वान किया, ‘हिंदुस्तान की राजनीति के शुद्धिकरण के लिए और सभी संस्थाओं के शुद्धिकरण के लिए भी… इस परिवारवादी मानसिकता से मुक्ति दिलानी होगी। योग्यता के आधार पर देश को आगे ले जाने की ओर हमें बढ़ना होगा। यह अनिवार्यता है।’

फेडरल स्ट्रक्चर पर भी बोले पीएम

पीएम मोदी ने देश के फेडरल स्ट्रक्चर पर अपनी सोच भी जनता के सामने रखी। इसे राज्य में विपक्षी दलों की सरकारों के उन आरोपों का जवाब माना जा रहा है जो केंद्रीय एजेंसियों खासकर ईडी की सक्रियता के बाद केंद्र सरकार पर लगाए जा रहे हैं।

पीएम के संबोधन से इस बात का भी इशारा मिल जाता है कि विपक्ष के ईडी-सीबीआई के राजनीतिक दुरुपयोग के आरोपों से विचलित हुए बिना कार्रवाई जारी रहेगी। इससे यह साफ संदेश दिया है कि भ्रष्टाचार और परिवारवाद के खिलाफ ही आगे चुनाव लड़ना है। भ्रष्टाचार एक ऐसा मुद्दा है, जो सभी पार्टियों को कही न कहीं परेशान करता है। पीएम मोदी ने लालकिले से यह भी कहा है कि जिन लोगों ने देश को लूटा है, उन्हें वह धन लौटाना होगा।

इन सब के परे यह भी देखना जरूरी है कि भ्रष्टाचार की लड़ाई दूसरे नेताओं को भाजपा में शामिल करने तक ही सीमित रहेगी या इससे आगे बढ़कर उनपर उचित कार्रवाई भी होगी। यह कहना इसलिए जरूरी हो गया क्योंकि विपक्षी दलों के जिन भी नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे, वो बीजेपी में शामिल हो गए तो उनके खिलाफ सारी जांच बंद हो गईं। जैसा कि विपक्षी दल लगातार आरोप लगाते जा रहें हैं।

नारी शक्ति के मुद्दे से भी दिया संदेश

इसके साथ महिलाओं के सम्मान का मुद्दा उठाकर प्रधानमंत्री ने यह संकेत दे दिया है कि महिला उन्मुखी योजनाएं आने वाले समय में भी केंद्र सरकार की प्रमुखता में बनी रहने वाली हैं। 2019 में भाजपा की सत्ता में वापसी में भी महिलाओं ने प्रमुख भूमिका निभाई थी।  

प्रधानमंत्री ने लाल किले से ‘महिलाओं के सम्मान’ का मुद्दा गंभीरता के साथ उठाया है। उन्होंने कहा है कि सार्वजनिक जीवन में भी लोग महिलाओं का अपमान कर देते हैं। इससे न केवल महिलाओं का अपमान होता है, बल्कि इससे देश-समाज का विकास भी बाधित होता है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि यदि देश को 2047 में एक विकसित राष्ट्र बनने का सपना देखना है, तो महिलाओं की भागीदारी के बिना यह कार्य अधूरा रह जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया है कि यदि महिलाओं को उचित भूमिका दी जाती है तो इससे भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प आसान हो जाएगा।

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