नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर कोरोना वायरस के ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग को कारगर उपाय बताया है। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार को कोरोना टेस्टिंग में तेजी लाने को कहा है। उनके अनुसार वायरस संक्रमण के संकट से बचने के लिए जरूरी है कि हमें पता होना चाहिए कि कितने लोग सुरक्षित हैं और कितने लोग पीड़ित।
राहुल गांधी ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि विशेषज्ञों का मानना है कि बड़े पैमाने पर रैंडम टेस्टिंग ही कोरोना वायरस से लड़ने का मुख्य हथियार है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में टेस्टिंग में गति लाकर हम अब भी वायरस को मुंहतोड़ जवाब दे सकते हैं। इसके लिए परीक्षण कार्यों में तेजी लाने के बीच आने वाली सभी बाधाओं को मिटाकर 40 हजार जांच प्रतिदिन की संख्या को एक लाख प्रतिदिन तक पहुंचाना होगा।
कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर केंद्र सरकार इस व्यवस्था में तत्परता नहीं दिखाती है तो संक्रमण का खतरा और बढ़ जाएगा। उन्होंने एक बार फिर लॉकडाउन को मात्र सहायक बताते हुए कहा कि सभी कोशिशों के बीच तालाबंदी सिर्फ सरकार के प्रयासों में मददगार साबित होगा लेकिन वास्तव में वायरस से लड़ने के लिए ज्यादा से ज्यादा जांच के उचित प्रबंध किये जाने जरूरी हैं।
