कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहली बार पीएफआई को लेकर बयान दिया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि नफरत फैलाने वाला व्यक्ति कौन है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे किस समुदाय से आते हैं। नफरत और हिंसा फैलाना एक राष्ट्र विरोधी कार्य है और हम ऐसे लोगों के खिलाफ लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता थे जिन्होंने अंग्रेजों से लड़ाई की, जिन्होंने जेल में कई साल बिताए। महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, वल्लभ भाई पटेल ने अंग्रेजों से लड़ते हुए अपनी जान दे दी।
राहुल गांधी ने कहा कि मेरी समझ के मुताबिक RSS अंग्रेजों की मदद करते थे और सावरकर को अंग्रेजों से वजीफा मिल रहा था। ये ऐतिहासिक तथ्य हैं। स्वतंत्रता संग्राम में कहीं भी भाजपा नहीं दिखेगी।