Rahul Gandhi – संसद सत्र में आज में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने महाभारत के चक्रव्यूह की बात की।
Rahul Gandhi
उन्होंने कहा कि हजारों साल पहले कुरुक्षेत्र में अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाकर 6 लोगों ने मारा था। चक्रव्यू के अंदर डर और हिंसा होती है।
उन्होंने कहा कि चक्रव्यूह का दूसरा नाम होता है- पद्मव्यूह, जो कमल के फूल के शेप में होता है। 21वी सदी में नया चक्रव्यूह बना है वो भी कमल के आकर में है- इसका चिह्न प्रधानमंत्री अपने सीने पर लगाकर चलते हैं।
अभिमन्यु के साथ जो किया गया, वह भारत के साथ किया जा रहा है। आज चक्रव्यूह के बीच में 6 लोग हैं। ये 6 लोग- नरेंद्र मोदी, अमित शाह, मोहन भागवत, अजित डोभाल, अडाणी और अंबानी हैं।
Rahul Gandhi की स्पीच में चक्रव्यूह के 6 किरदारों के जिक्र पर सत्तापक्ष के सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया।
स्पीकर ने उन्हें टोकते हुए कहा- जो सदन का सदस्य नहीं है, उसका नाम नहीं जाना चाहिए। इस पर राहुल ने कहा कि आप कहते हैं तो एनएसए, अंबानी और अडाणी का नाम निकाल देता हूं। फिर राहुल ने पूछा- क्या इन्हें A1, A2 कह सकता हूं।
राहुल गाँधी ने कहा – ये जो दो लोग हैं, ये हिंदुस्तान के इन्फ्रास्ट्रक्चर को और बिजनेस को कंट्रोल करते हैं।
इनके पास एयरपोर्ट्स हैं, टेलिकॉम हैं, अब रेलवे में जा रहे हैं। इनके पास हिंदुस्तान के धन की मोनोपॉली है। अगर आप कहो कि इनके बारे में नहीं बोल सकते तो ये हमें स्वीकार नहीं है। हमें तो बोलना है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बजट से पहले मिडिल क्लास प्रधानमंत्री को सपोर्ट करता था। कोविड के समय जब थाली बजाने को कहा तब मिडिल क्लास ने थाली बजाई। आपने कहा कि मोबाइल फोन की लाइट जलाओ तो जलाई,
लेकिन आपने मिडिल क्लास की पीठ में और छाती में छुरी मारी। अब मिडिल क्लास आपको छोड़ने जा रहा है और इधर आ रहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने बजट की हलवा सेरेमनी का फोटो दिखाते हुए कहा कि इसमें एक भी आदिवासी, दलित या पिछड़ा अफसर नहीं दिख रहा है। 20 अफसरों ने बजट तैयार किया। आपने एक माइनॉरिटी और एक ओबीसी को रखा, बाकी को तो फोटो में आने ही नहीं दिया।
देश में तकरीबन 73 फीसदी दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लोग हैं, लेकिन इनको कहीं जगह नहीं मिलती। राहुल ने जब हलवा सेरेमनी का पोस्टर लहराया, तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सिर पकड़ लिया।