हर घर तक योग की पहुंच हो, इसका लाभ जन जन को मिले इसी उद्देश्य के साथ काम कर रहे श्री कृष्ण योग ट्रस्ट ने ढाई वर्षों के बाद फिजिकल सत्रों की शुरुआत देवशयनी एकादशी के दिन से हावड़ा के फोरम प्रवेश आवासीय परिसर में आयोजित सत्र के साथ की।
कोरोना काल में ही शुरू हुई निःशुल्क आभासीय सत्रों की श्रृंखला में ट्रस्ट द्वारा 197 सत्र आयोजित हो चुके हैं और उनकी अलग उपयोगिता है पर शारीरिक उपस्थिति में सामूहिक अभ्यास की बात अलग है।
योग साधकों, फोरम प्रवेश योग परिवार और रवि शर्मा के पुरुषार्थ से आयोजित इस सत्र में उपस्थित सभी साधकों ने अनुभव किया कि मात्र 75 मिनट के योग के एक सत्र से भी होने वाले लाभ प्रत्यक्ष महसूस किए जा सकते हैं।
योगाचार्य राजेश व्यास ने इस अवसर पर कहा कि योग को यज्ञ की श्रेणी प्राप्त है और यह बात स्वयं श्री कृष्ण ने कही हैं। योग यज्ञ है, शरीर को साधने का सशक्त साधन और चित्त की वृत्तियों को निरुद्ध करने की विद्या है। योग सेवा की दृष्टि से सर्व सिद्धि दायक सेवा और साधक के लिए साधन की दृष्टि से कल्प वृक्ष है।