श्री कृष्ण योग ट्रस्ट द्वारा श्री कृष्ण पद वंदना और ध्यान योग का वर्चुअल कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। ट्रस्ट के फेसबुक पेज पर आयोजित इस ध्यान योग शिविर में योगाचार्य राजेश व्यास ने ध्यान योग के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डालते हुए अभ्यास कराया।
योगाचार्य राजेश ने इस दौरान गीता के श्लोकों के साथ कृष्ण के प्रसंगों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि श्रद्धावान को ही ज्ञान की प्राप्ति होती है। आज विज्ञान के युग मे हमने वस्त्र, जल , घर की अशुद्धियों को साफ करने की मशीन बना ली है मगर मन का क्या? ध्यान योग मन को अच्छे विचारों से नहलाने की विद्या है। परिष्कृत मन लेकर ही ईश्वर की शरण मे जाया जा सकता हैं।
जैसे रासलीला के मंचन में पात्र अपने किरदार को हृदय से निभा कर उसमें जान डाल देता है, दर्शक भी वाहवाही करते हैं मगर पात्र जानता है कि वह कंस या और कोई पात्र नहीं, वह तो बस अभिनय कर रहा है वैसे ही हम शरीर के धर्म, संबंधो को पूरी संजीदगी से निभाये मगर याद रखें कि मैं ईश्वर का अंश अविनाशी आत्मा हूँ।
ट्रस्ट की ओर से किरण व्यास ने बताया कि कोरोना काल से आयोजित इस ध्यान योग कार्यक्रम को बड़ी संख्या में लोगों ने देखा और लाभ उठाया हैं। किरण ने कहा कि इस कार्यक्रम के आयोजन का एकमात्र उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच कर योग के लाभ को पहुंचाना है।
