सनलाइट। श्री कृष्ण योग ट्रस्ट द्वारा सबसे ऊंची प्रेम सगाई शीर्षक पर कृष्ण पद वंदना एवं ध्यान योग पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ट्रस्ट के आधिकारिक फेसबुक पेज पर लाइव कार्यक्रम में योगाचार्य राजेश व्यास ने ॐ उच्चारण के साथ आज्ञा चक्र पर ज्योतिपुंज को देखने का अभ्यास कराया।
योगाचार्य राजेश ने कार्यक्रम के शीर्षक पर कहा कि जड़ चेतन सभी मे ईश्वर है लेकिन वे प्रकट केवल प्रेम से ही होते हैं क्योंकि प्रेम से ही यह सम्भव है। हमें स्वयं के स्वरूप से प्रेम करने की आवश्यकता है। ईश्वर की कृपा है कि हमें मनुष्य जन्म मिला है। मनुष्य जीवन की विषेशता है कि हम अच्छे बुरे में भेद कर सकते हैं किन्तु यह तभी सार्थक है जब हम इन्हें अपने व्यवहार में लाते है।
योगाचार्य राजेश ने कहा कि हम कद्र भी उसी की कर पाते हैं जिससे हम प्रेम करते हैं फिर चाहे वह वस्तु हो, रिश्ते हो अथवा और कुछ। राजेश व्यास ने बताया कि दैनिक जीवन में ध्यान का अभ्यास करने से समग्र व्यक्तित्व में परिवर्तन आना सम्भव हो जाता है। कार्यक्रम को सफल बनाने में आकाश व्यास एवं विनोद उपाध्याय ने सक्रिय भूमिका निभाई।
