Social media and Exam – परीक्षा के दौरान छात्रों की पढाई को प्रभावित करता सोशल मीडिया

विचार मंच

सोशल मीडिया ने धीरे धीरे सबके जीवन में अपनी जगह मजबूत कर ली है। चाहे संचार, नेटवर्किंग और मनोरंजन की बात हो या उससे पैसे कमाने की, लोग अपनी जरुरत के हिसाब से इसका प्रयोग कर रहें हैं लेकिन जब बात छात्रों और परीक्षा (Social media and Exam) की हो तो इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। सोशल मीडिया परीक्षा के दौरान छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। परीक्षाओं के दौरान छात्रों के सामने अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव बड़ी चुनौतियों में से एक होता है। सोशल मीडिया फ़ीड के स्क्रॉल करने, मैसेजेस का जवाब देने में छात्र का समय व्यतीत होता है और पढ़ाई पर फोकस कम हो सकता है। इसका असर कहीं न कहीं उनके परीक्षा के परिणाम पर भी पड सकता है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपना समय सीमित रखना चाहिए

परीक्षा के दौरान छात्रों का सोशल मीडिया के उपयोग के प्रति सचेत रहना महत्वपूर्ण है। उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपना समय सीमित रखना चाहिए, रील्स और शॉर्ट्स में समय गंवाने की जगह वे स्टडी ग्रुप्स में जानकारी आदान-प्रदान करने और क्या पढ़ना है, कैसे पढ़ना है जैसे विषयों पर चर्चा करने के लिए दोस्तों के साथ जुड़कर सोशल मीडिया का उपयोग अपने लाभ के लिए कर सकते हैं।

परीक्षा के दौरान छात्रों पर सोशल मीडिया का हो सकता है सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह का प्रभाव

सोशल मीडिया का परीक्षा (Social media and Exam) के दौरान छात्रों पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह का प्रभाव हो सकता है। यह छात्रों पर निर्भर है कि वे अपने सोशल मीडिया के उपयोग के प्रति सचेत रहें और ऑनलाइन जुड़ाव और परीक्षा की तैयारी के बीच संतुलन बनाएं।

छात्रों को एक समय सीमा के अनुसार ही सोशल मीडिया का प्रयोग करना चाहिए। वह अपनी पढ़ाई के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं। अगर छात्रों को इसकी लत लगी है, तो उनको कोशिश करनी चाहिए कि वो इसे दूर कर सके। छात्र यूट्यूब में मूवी देखने की जगह अपनी पढ़ाई के वीडियो देख सकते हैं। अच्छी चीजें देख सकते हैं। छात्रों को हर चीज नियमानुसार करना चाहिए पूरे समय सोशल मीडिया का प्रयोग नहीं करना चाहिए।

मानसिक थकान – अक्सर देखने में आता है की रील्स और शॉर्ट्स देखते देखते समय का अंदाजा नहीं लगता और अच्छा खासा समय व्यतीत हो जाता है। जिससे मानसिक थकान होने लगती है जिसका छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। सोशल मीडिया का उपयोग करने के लिए देर तक जागना उनकी नींद को बाधित कर सकता है, जिससे वे परीक्षा के दौरान खुद को थका हुआ और कम केंद्रित महसूस कर सकते हैं।

लत: सोशल मीडिया की लत एक वास्तविक चिंता है और यह परीक्षाओं के दौरान छात्रों पर कई तरह के नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। जो छात्र सोशल मीडिया के आदी हैं, उन्हें अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है। अक्सर देखा जाता है कि जब छात्र सोशल मीडिया का उपयोग करने में असमर्थ होते हैं तो उनके व्यवहार में परिवर्तन आ जाता है और उनपर चिड़चिड़ापन हावी हो जाता है।

टाइम मैनेजमेंट: सोशल मीडिया भी टाइम मैनेजमेंट के मुद्दों को जन्म दे सकता है, खासकर अगर छात्र पढ़ाई के बजाय सोशल मीडिया (Social media and Exam) पर बहुत अधिक समय बिता रहे हैं। इसका परिणाम खराब टाइम मेनेजमेंट हो सकता है, जो परीक्षा की तैयारी करने और अच्छा प्रदर्शन करने की उनकी क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। छात्रों के लिए इन संभावित नकारात्मक प्रभावों के बारे में जागरूक होना और उन्हें कम करने के लिए कदम उठाना महत्वपूर्ण है। सोशल मीडिया का सोच-समझकर उपयोग करके छात्र इसके नकारात्मक प्रभाव को कम कर सकते हैं और परीक्षा के दौरान अपनी सफलता की संभावनाओं में सुधार कर सकते हैं।

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