बिहार में BJP-JDU आमने-सामने, क्या टूट जाएगा गठबंधन?

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बिहार में एक बार फिर जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी के बीच का गठबंधन टूटने के आसार नज़र आ रहे हैं। राजद और JDU ने सोमवार को पटना में अपने विधायकों की अलग-अलग बैठक बुलाई। एनडीए में शामिल पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) भी अपने विधायकों की बैठक कर रहा है। खबर यह भी है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से फोन पर बातचीत की है। बिहार के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह के इस्तीफा देने के बाद से यह घमासान मचा हुआ है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 11 अगस्त तक दोनों अलग हो सकते हैं और राज्य में एक बार फिर JDU और RJD की सरकार बन सकती है। बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं यानी बहुमत के लिए किसी पार्टी के पास 122 सीटों का होना जरूरी है। बिहार में सबसे बड़ी पार्टी राजद है। उसके पास विधानसभा में 79 सदस्य हैं। वहीं, भाजपा के पास 77, जदयू के पास 45, कांग्रेस के पास 19, कम्यूनिस्ट पार्टी के पास 12, एआईएमआईएम के पास 01, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के पास 04 विधायक हैं। जदयू को सरकार बनाने के लिए 77 विधायकों की जरूरत है। राजद और जदयू के बीच नजदीकी भी बढ़ती दिख रही है। अगर दोनों साथ आते हैं तो राजद के 79 विधायक मिलाकर इस गठबंधन के पास 124 सदस्य हो जाएंगे। रिपोर्ट्स की मानें तो इस गठबंधन में कांग्रेस और कम्यूनिस्ट पार्टी भी शामिल हो सकती है।

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