स्वाधिष्ठान चक्र पर ध्यान योग एवं कृष्ण पद वंदना

सामाजिक

श्री कृष्ण योग ट्रस्ट द्वारा अपने आधिकारिक पेज से कार्यक्रम फेसबुक लाइव के माध्यम से किया गया। योगाचार्य राजेश व्यास ने बताया कि चक्रों में ऊर्जा के बाधित प्रवाह को प्राण योग एवं ध्यान योग के अभ्यास के द्वारा पुनः नियमित किया जा सकता है।

 

प्रत्येक चक्र एक क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता हैं और उस पर ध्यान करने से उसके क्षेत्र से जुड़ी शारीरिक, मानसिक एवं आत्मिक गड़बड़ियों को ठीक किया जा सकता हैं। चक्रों के ध्यान की चल रही श्रृंखला में आज द्वितीय चक्र स्वाधिष्ठान चक्र का ध्यान था। इस चक्र पर ध्यान करने से रचनात्मकता बढ़ती है, आत्मविश्वास बढ़ता और पाचन संस्थान, गुर्दो आदि की समस्या में लाभ होता हैं।

 

ध्यान के दौरान ही व्यास ने बताया कि जैसा विचार हम दूसरो के प्रति रखते है उसमें पहले स्वयं को नहलाते हैं। यदि किसी को अच्छा या बुरा भी कहते हैं तो वे विचार पहले हमारे हृदय में व्यक्त हो, होठो से होते हुए निकलते है तब जा कर सामनेवाले के पास पहुचते हैं लेकिन पहले हमें उन्ही विचारों में नहला कर। ट्रस्ट द्वारा आयोजित किये जा रहे योग के ऑनलाइन साप्ताहिक सत्र संख्या में 80 हो चुके हैं। ध्यान सत्र में भी जो साधक इन सत्रों से जुड़ना चाहे उनका आव्हान किया।

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