चुनावी हिंसा की पहचान वाले पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्वक मतदान संपन्न कराने के आयोग के दावे धरे रह गए। चुनाव शुरू होने के साथ ही राज्य भर से हिंसा की खबरें आने लगी हैं।
पटाशपुर इलाके में रातभर बमबारी हुई जिसमें थाना प्रभारी भी गंभीर तौर पर घायल हुए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हमले का आरोप सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के लोगों पर लगा है। जिला प्रशासन सूत्रों ने पुष्टि की है कि सातशतमाल इलाके में रात भर बमबारी हुई।
तृणमूल भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच रुक-रुककर हिंसा हो रही थी जिसे रोकने पहुंचे पटाशपुर थाने के प्रभारी दीपक कुमार चक्रवर्ती पर भी हमले किए गए। उनके साथ पुलिस का एक और कर्मी घायल हुआ है। मतदान शुरू होने से पहले की रात 1:30 बजे घटी इस घटना के बाद गंभीर हालत में दोनों पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है।
इसी तरह से दक्षिण कांथी के सीरिया इलाके में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को मारने-पीटने का आरोप सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर लगा है। दो भाजपा कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हुए हैं। भागने के दौरान एक तृणमूल कार्यकर्ता को भाजपा कार्यकर्ताओं ने पकड़ लिया था जिसे मारा-पीटा गया है।
खेजूरी के एक नंबर ब्लॉक वीरबंद इलाके में तृणमूल के पोलिंग एजेंट को कथित तौर पर मतदान केंद्र से बाहर निकाला गया है। खेजूरी के ही बटतला इलाके में रातभर बमबारी हुई है जिसमें भाजपा के कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं। यहां तक कि मतदान से पहले तक बमबारी होती रही। स्थानीय पुलिस प्रशासन पर सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगे हैं। चुनाव आयोग को इस बारे में शिकायत दर्ज कराई गई है।
