रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज कुछ घंटों के लिए भारत दौरे पर होंगे लेकिन अपने इस दौरे से पुतिन ने यह संदेश दे दिया है कि वो भारत के साथ अपने संबंधों को कितना तरजीह देते हैं। लगभग दो साल से पुतिन रूस से बाहर नहीं निकले। अपने प्रतिद्वंदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मिलने के लिए बस कुछ देर के लिए 16 जून को जेनेवा गए थे।
जब बात भारत की हुई तो पुतिन ने अपने घर से निकलकर सबसे भरोसेमंद सहयोगी देश की जमीन पर आने का फैसला किया। रूसी राष्ट्रपति का विशेष विमान सोमवार को दोपहर बाद दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर उतरेगा। शाम करीब पांच बजे हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाक़ात होगी।
कोरोना महामारी के मद्देनजर दोनों नेताओं की मुलाक़ात के लिए विशेष ऐहतियात बरता जा रहा है। उनकी बातचीत के दरम्यान बहुत ही छोटे डेलीगेशन को मौजूद रहने दिया जाएगा। मोदी-पुतिन बातचीत के बाद दोनों देशों का एक संयुक्त बयान जारी किया जाएगा लेकिन विदेशी राष्ट्राध्यक्ष के दौरे के समय परंपरागत मीडिया स्टेटमेंट नहीं होगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूसी राष्ट्रपति के सम्मान में हैदराबाद हाउस में एक डिनर भी देंगे। इसके बाद राष्ट्रपति पुतिन रात 9.30 बजे रूस रवाना हो जाएंगे।
मोदी को S-400 का मॉडल गिफ्ट करेंगे पुतिन
शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के उपायों पर भी चर्चा की जाएगी। भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में रक्षा मामलों सहित कई महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा की जाएगी। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पीएम मोदी को एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम का मॉडल गिफ्ट करेंगे वहीं, आज भारत-रूस के बीच एके-203 राइफलों के भारत में निर्माण के समझौते पर भी दस्तखत किया जाएगा। मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत यूपी में एक नई फैक्ट्री में राइफल बनाई जाएंगी।
भारत और रूस के बीच 5 अहम क्षेत्रों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। ऊर्जा समेत समुद्री परिवहन को सुगम बनाने संबंधी क्षेत्र में भी समझौता होगा। इसके अलावा टू प्लस टू शिखर वार्ता में अफगानिस्तान के हालात और जम्मू-कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे समूहों समेत आतंकवाद के बढ़ते खतरे पर भी बातचीत करने की संभावना है।