प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सिख गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व पर लाल किले में आयोजित एक समारोह को संबोधित किया।
इस अवसर पर उन्होंने एक विशेष सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया। इससे पहले पीएम मोदी जब लालकिला पहुँचे तो कीर्तन के दौरान भाव विभोर दिखे।
पीएम मोदी ने कहा कि कीर्तन को सुनकर जो शांति मिली वो शब्दों में बताना मुश्किल है। पीएम ने कहा कि इस अवसर पर मुझे डाक टिकट और सिक्के का विमोचन करने का जो अवसर मिला है उसे गुरुओं की विशेष कृपा मानता हूँ।
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि हमारा देश निष्ठा के साथ गुरूओं के आदर्शों पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह लाल किला अहम काल खंड का साक्षी रहा है। लालकिले ने गुरु तेग बहादुर की शहादत को भी देखा है और देश के लिए मर मिटने वालों के हौसलों को भी परखा है।
ये महान भूमि सिर्फ एक देश नहीं है
आजादी के 75 वर्षों बाद आज लाल किले में आयोजित होने वाला ये कार्यक्रम काफी खास है। पीएम ने कहा आज हम जहां है वह स्वाधिनता सेनानियों के बलिदान के कारण है। पीएम ने कहा कि हमारे देश की धरती को गुरुओं ने सींचा है। ये महान भूमि सिर्फ एक देश नहीं है।
संस्कृति की रक्षा के लिए गुरु ने अपना बलिदान दे दिया
पीएम मोदी ने कहा कि ये किला गवाह है कि औरंगजेब और उसके जैसे अत्याचारियों ने भले ही अनेकों सिरों को धड़ से अलग किया हो लेकिन हमारी आस्था को नहीं बदल सके। संस्कृति की रक्षा के लिए गुरु ने अपना बलिदान दे दिया।