राजस्थान में 2023 के चुनावों से पहले सचिन पायलट के बयान (Sachin Pilot on Ashok Gehlot) से फिर तूफान आ गया है। सचिन पायलट ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के धौलपुर के भाषण को सुनकर ऐसा लगता है कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं बल्कि वसुंधरा राजे सिंधिया हैं। मुखिया अशोक गहलोत ने रविवार को पूर्व सीएम वसुंधरा राजे द्वारा सरकार बचाने में साथ देने की बात कही और पायलट खेमे की बगावत का जिक्र करते हुए विधायकों को अमित शाह से लिए पैसे लौटाने की बात कही थी।
sachin pilot on ashok gehlot
इसपर सचिन पायलट ने अपने विधायकों पर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि 2020 में सरकार को गिराने और बचाने को लेकर जो विरोधाभास दिखाई दे रहा है उसको सीएम गहलोत को साफ कर देना चाहिए।
11 मई को भ्रष्टाचार और पेपर लीक जैसे मसलों पर नौजवानों के लिए निकालूंगा पदयात्रा – पायलट
पायलट ने कहा कि मुझे कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने के बाद मैंने जी-जान लगाकर मेहनत की लेकिन कभी अनुशासन तोड़ने का काम मैंने नहीं किया। पायलट ने कहा कि मुझे गद्दार, कोरोना क्या कुछ नहीं कहा लेकिन मैंने पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाने का काम कभी नहीं किया। पायलट ने कहा कि मैं 11 मई को अजमेर में आरपीएससी मुख्यालय से एक यात्रा निकालूंगा और जनता के बिच जाऊंगा। उन्होंने बताया कि भ्रष्टाचार और पेपर लीक जैसे मसलों पर नौजवानों के लिए पदयात्रा निकालने जा रहा हूं।