Calcutta HC – आरजीकर के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली द्वारा संदीप घोष पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप पर आज सुनवाई हुई। सुनवाई में राज्य को कई सवालों का सामना करना पड़ा।
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कोर्ट ने सवाल किया कि शिकायत कम से कम एक साल पहले दर्ज की गई थी और जांच हाल ही में शुरू हुई। इतने समय बाद SIT का गठन क्यों किया गया?
कोर्ट ने कहा कि सभी वरिष्ठ अधिकारियों को इस सीट के प्रमुख पर रखा गया है, जिसका मतलब है कि राज्य इसे गंभीरता से ले रहा है। जज ने पूछा, सीट गठन 16 अगस्त के बाद क्यों की गई, 2023 की शिकायत के बाद क्यों नहीं?
राज्य की ओर से वकील अमितेश बनर्जी ने कहा कि राज्य इससे इनकार नहीं कर रहा है कि यह गंभीर आरोप है। तो सीट बन गई।
अख्तर अली की ओर से वकील तरुण ज्योति तिवारी ने कहा कि 11 जनवरी 2023 को शवगृह से शव चोरी के आरोप लगे थे।
पिछले साल अप्रैल में भ्रष्टाचार विरोधी विंग को शिकायत की गई थी पर पर बिना किसी जांच के ये बताया गया कि इसमें उसकी कोई हिस्सेदारी नहीं है।
राज्य की ओर से जवाबी सवाल कोय गया कि एक साल पहले शिकायत दर्ज कराने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने के बावजूद याचिकाकर्ता चुप क्यों रहा? आरजी टैक्स की घटना के बाद वे क्यों जागे? शुक्रवार को दोपहर 12 बजे मामले की दोबारा सुनवाई होगी।