Nabadwip – पश्चिम बंगाल के नवद्वीप के प्रतापनगर अस्पताल रोड इलाके में उस समय सनसनी फैल गई, जब एक खाली स्थान से कई वोटर कार्ड मिले।
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सूचना मिलते ही नवद्वीप थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। जिनके कार्ड थे उनमें से कई लोगों से संपर्क करने पर पता चला कि उनके घर पर पहले से ही उनके वोटर कार्ड मौजूद हैं।
ऐसे में सवाल उठ रहा है कि एक ही व्यक्ति के दो वोटर कार्ड कैसे? और इन कार्डों को सड़क पर किसने और क्यों फेंके?
घटना के बाद राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है। स्थानीय बीजेपी नेतृत्व का आरोप है कि इसमें तृणमूल की संलिप्तता साफ़ है।
उनके अनुसार, “एसआईआर लागू होने के बाद से ही बीजेपी ने आशंका जताई थी कि वोटर कार्ड को लेकर अनियमितताएँ होंगी। आज की घटना उसी का प्रमाण है।”
वहीं तृणमूल की ओर से इस आरोप का कड़ा खंडन किया गया है।कहा गया – “इस घटना से तृणमूल का कोई लेना-देना नहीं है। यह बीजेपी की सोची-समझी साज़िश लगती है। वोटर कार्ड चुनाव आयोग का विषय है, इसलिए हम पूर्ण जांच की मांग करते हैं।
