कोलकाता। प्राईवेट बस मालिकों के संगठन ने स्पष्ट कर दिया है कि किराए में वृद्धि के बगैर बसें चलाना संभव नहीं होगा। प्राइवेट बस मालिकों के संगठन ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट के महासचिव तपन बनर्जी ने बताया की किराया वृद्धि के बगैर बस चलाना असंभव है। लंबे समय से हम किराया वृद्धि की मांग करते रहे हैं। लॉक डाउन से पहले ही वर्तमान किराए में बस चलाना मुश्किल हो रहा था। इस वजह से बहुत सी बसें पहले ही सड़कों से हट चुकी हैं। ऐसे में शारीरिक दूरी बनाए रखते हुए महज 20 यात्रियों को लेकर वर्तमान किराये में बस चलाना संभव नहीं है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने हमसे पूछा था कि बस चलाने के लिए क्या करना होगा? हमने इसका जवाब दाखिल कर दिया था। अब राज्य सरकार किराया वृद्धि से इनकार कर रही है। उन्होंने बताया कि हम सोमवार को लिखित रूप में सरकार को अपने फैसले से अवगत करा देंगे। हम सरकार को बता चुके हैं कि लंबे समय तक बसों के नहीं चलने से हमें कितना नुकसान उठाना पड़ा है। सरकार यदि हमारे नुकसान की भरपाई करें तो हम बस चलाने के बारे में सोच सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने सोमवार से कोलकाता सहित राज्य के विभिन्न जिलों में प्राइवेट बसों का परिचालन दोबारा शुरू करने की घोषणा की थी। दूसरी तरफ बस मालिकों ने किराए में ढाई गुना वृद्धि किए जाने की मांग रखी थी जिसे शनिवार को परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने सिरे से खारिज कर दिया था।
