पश्चिम बंगाल- 185 कि.मी. प्रति घन्टे की गति से आने वाले चक्रवात अम्फान से बचाव के लिए एनडीआरएफ की सात टुकड़ी तैनात 

बंगाल
कोलकाता। पश्चिम बंगाल और ओडिशा के समुद्र तट की ओर बढ़ते जा रहे खतरनाक चक्रवाती तूफान “अम्फान” से बचाव के लिए पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की 7 टुकड़ियां तैनात की गई हैं। राज्य आपदा प्रबंधन सूत्रों ने सोमवार दोपहर इसकी पुष्टि की है। 

पूर्व मेदिनीपुर के दीघा और दक्षिण 24 परगना के काकद्वीप में तैनात

बताया गया है कि रविवार को मौसम विभाग से चक्रवाती तूफान के बारे में अलर्ट मिलने के बाद दो टुकड़ियों को तैनात किया गया था, लेकिन जब चक्रवात  के घातक प्रभाव की आशंका व्यक्त की गई तब सतर्कता बरतते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने केंद्र सरकार से और अधिक संख्या में एनडीआरएफ की तैनाती करने की मांग की थी जिसके बाद और पांच कंपनी एनडीआरएफ की तैनाती की गई है। इन्हें पूर्व मेदिनीपुर के दीघा और दक्षिण 24 परगना के काकद्वीप में तैनात किया गया है।

एनडीआरएफ की टीम ने कच्चे मकानों में रहने वालों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाना शुरू किया

दक्षिण 24 परगना के सुंदरवन समुद्र तटीय क्षेत्रों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थान्तरित किया जा रहा है। रविवार शाम से ही एनडीआरएफ की टीम ने कच्चे मकानों में रहने वालों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है। दीघा के समुद्र तट के पास में रहने वाले लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया गया है।

इसकी गति 185 किलोमीटर से 200 किलोमीटर प्रति घंटे

मौसम विभाग के अनुसार अम्फान चक्रवात बुलबुल से भी अधिक खतरनाक है। इसकी गति 185 किलोमीटर से 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर पहुंच सकती है जिससे भारी मात्रा में जानमाल के नुकसान की आशंका है। इसलिए राज्य सरकार विशेष तौर पर अलर्ट पर हैं।
राज्य सचिवालय में निगरानी कक्ष खोले जा रहे हैं और आपदा प्रबंधन की टीम को जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर काम करने का निर्देश दिया गया है। लोगों को भी प्रशासन का सहयोग करने को कहा गया है।
कोरोना संकट के समय जब सारे लोग घरों के अंदर हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाना है, ऐसे समय में भयंकर चक्रवाती तूफान  आम लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकती है।
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