राजगढ़ थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई ने अपने सरकारी क्वार्टर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
शनिवार को सुबह उनका शव फंदे पर लटकता हुआ मिला था। मौके से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। बीकानेर रेंज आईजी जोस मोहन ने सुसाइड नोट की पुष्टि की है।
सुसाइड नोट में मर्जी से आत्महत्या करना बताया गया है। सुसाइड नोट में विश्नोई ने खुद को परेशान बताया है। साथ ही कहा कि इसके लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। माता पिता आपको छोड़ कर जा रहा हूं। भाई को बच्चों के सपनों को पूरा करने की बात भी लिखी है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
आत्महत्या प्रकरण ने पकड़ा तूल
विश्नोई के आत्महत्या प्रकरण ने तूल पकड़ लिया है। विश्नोई द्वारा की गई आत्महत्या के बाद शेखावाटी में राजनीति गरमा गई है। धरने-प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया है।
चूरू विधायक राजेन्द्र राठौड़ ने मामले की न्यायिक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सीबीआई जांच की मांग की है। वहीं राजगढ़ के पूर्व विधायक मनोज न्यांगली और पूर्व सांसद राम सिंह कस्वां ने धरना प्रर्दशन शुरू कर दिया है। थाने के सामने काफी भीड़ एकत्र हो गई है।
राठौड़ ने कहा घटना पुलिस व्यवस्था पर तमाचा
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। राठौड़ ने थानाधिकारी की आत्महत्या की घटना को पुलिस व्यवस्था पर तमाचा बताया है। राठौड़ ने कहा कि स्थानीय राजनेता उनके ट्रांसफर के लिये झूठी शिकायतें कर रहे थे। उन्होंने मांग की है कि जिन पुलिस अधिकारियों ने विश्नोई पर दवाब बनाया उनका चेहरा बेनकाब किया जाए। राठौड़ भी धरना स्थल पर पहुंच रहे हैं।
बेनीवाल बोले मामले की सीबीआई जांच हो
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट के जरिये सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह घटना सिस्टम पर बड़ा सवालिया निशान है। बेनीवाल ने कहा कि मामले की जांच सीबीआई को देकर गृह विभाग इस पर व्क्तव्य जारी करे।
