जाने-माने कन्नड़ साहित्यकार, रंगकर्मी, एक्टर गिरीश कर्नाड का 81 साल की उम्र में सोमवार को बेंगलुरु में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे और पिछले कुछ महीनों से उनका इलाज चल रहा था। सोमवार की सुबह करीब साढ़े छह बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
गिरीश कर्नाड का जन्म 19 मई 1938 को हुआ था। वह जाने-माने कवि और रंगमंच कर्मी रहे। उनको 1978 में आई फिल्म भूमिका के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला था। इसके अलावा उन्हें 1998 में साहित्य के प्रतिष्ठित ज्ञानपीठ अवॉर्ड से नवाजा गया था। गिरीश कर्नाड ऐसे अभिनेता थे, जिन्होंने कर्मशिल सिनेमा के साथ समानांतर सिनेमा के लिए भी जमकर काम किया।
उन्होंने कहानी लेखक, नाटककार, फ़िल्म निर्देशक और फ़िल्म अभिनेता के रूप में ख्याति अर्जित की है। उन्हें 1994 में साहित्य अकादमी पुरस्कार, 1998 में ज्ञानपीठ पुरस्कार के अलावा पद्म श्री और पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। उन्होंने हिन्दी में उत्सव, मंथन, इक़बाल, डोर जैसी फ़िल्मों में काम किया है।
