Air Fare Regulation – इंडिगो क्राइसिस के बीच हवाई किराया आसमान छू रहा है। इस बीच नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कैपिंग पॉलिसी लागू कर दी।
Air Fare Regulation
अवसरवादी कीमतों में बढ़ोतरी से यात्रियों को बचाने के लिए ये कदम उठाया गया है। उड्डयन मंत्रालय रियल टाइम डेटा के आधार पर किरायों की निगरानी कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि इंडिगो फ्लाइट्स कैंसिलेशन के चलते 5 दिसंबर को जब स्थिति बद से बदतर होने लगी तो इस बीच कुछ रूट्स में किराया 10 गुना से ज्यादा बढ़ गया था।
नई तय की गई किराए की सीमा के अनुसार, 500 किलोमीटर तक की दूरी वाली उड़ानों के लिए अधिकतम किराया 7,500 रुपये होगा।
500 से 1,000 किलोमीटर तक के रूट पर अधिकतम 12,000 रुपये, 1,000 से 1,500 किलोमीटर तक के रूट पर अधिकतम 15,000 रुपये और 1,500 किलोमीटर से ज्यादा लंबी उड़ानों के लिए अधिकतम किराया 18,000 रुपये तय किया गया है।
