Bhado Amavasya आज यानी 14 सितंबर को है।भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को भाद्रपद अमावस्या या भादो अमावस्या कहा जाता है। इस दिन स्नान, दान और श्राद्ध करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है।
Bhado Amavasya 2023
इस अमावस्या के दिन कुश (घास) एकत्र करने की परंपरा भी है। इसी के कारण इसे कुशा ग्रहणी अमावस्या कहते हैं।
ज्योतिष प्रभाकर डॉ राकेश व्यास ने बताया कि पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह में अमावस्या की तिथि 14 सितंबर, गुरुवार को सुबह 4 बजकर 49 मिनट से शुरू होकर अगले दिन यानी 15 सितंबर, शुक्रवार को सुबह 7 बजकर 09 मिनट तक रहेगी। 14 सिंतबर के दिन अमावस्या मानी जाएगी।