CM Mamata Banerjee – मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अचानक साल्टलेक स्थित स्वास्थ्य भवन पहुंचीं है। वहां आरजीकर घटना के विरोध में धरने पर बैठे जूनियर डॉक्टर के सामने अपनी बात रखी। उनके साथ राज्य पुलिस के डीजी राजीव कुमार भी थे।
CM Mamata Banerjee
सीएम ममता के पहुंचने के बाद भी न्याय की मांग को लेकर नारे लगे। मुख्यमंत्री नारों के बीच कई मिनट तक माइक लेकर खड़े रहीं और कुछ बोल नहीं सकीं।
सीएम ने कहा कि मैं सीएम की हैसियत से नही आईं हूँ मैं आपकी दीदी के हिसाब से आईं हूँ। सीएम ने कहा कि ये मेरा अंतिम प्रयास है, आप काम पर लौटें।
सीएम ने कहा, ”सुरक्षा प्रोटोकॉल के बावजूद मैं खुद आई हूँ। मैं आपके आंदोलन की सराहना करती हूं। मुझे तकलीफ़ हो रही है आप जैसे आंधी तूफान बारिश में बैठें हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, ”आप काम पर लौटें, मैं वादा करती हूं, आपकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार होगा। सीएम ने कहा कि मैं अकेले सरकार नहीं चलाती, मैं सभी से चर्चा करूंगी, अगर कोई दोषी है तो सजा मिलेगी। मैं दोषियों को फांसी देने के लिए सीबीआई से अनुरोध करूंगी। अगर कोई दोषी होगा तो मैं जरूर कार्रवाई करूंगी। मैं यही कहने आई हूँ।
सीएम ने कहा कि न तो मेरा कोई परिचित है न ही मैं किसीको बचा रहीं हूँ। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा, आप हमारे घर के भाई-बहन हैं, मैं कोई अन्याय नहीं होने दूंगी।
सभी अस्पतालों की रोगी कल्याण समितियां नए सिरे से बनाई जाएंगी। इसमें जूनियर डॉक्टर, सीनियर डॉक्टर, नर्स, पुलिस होंगे। मैंने यह निर्णय ले लिया है। मैंने आरजी कर की रोगी कल्याण समिति को भंग कर दिया है। आप काम पर वापस आओ। मैं आपके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करूंगी।
अब जूनियर डॉक्टर क्या फैसला लेते हैं देखना होगा। हालांकि उन्होंने साफ किया कि हम अपनी मांगों से समझौता नहीं करेंगी।
