मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर देशप्रिय पार्क में एक समारोह मंच से आह्वान किया कि जितनी भाषाएं सीखनी हैं, सीखें लेकिन अपने घर में बांग्ला ही बोंले। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाली भाषा को समृद्ध करने की बात कही। उन्होंने कहा, बंगाली भाषा में शब्दावली बढ़ाने की जरूरत है। जितना अधिक भाषा का लेन-देन होगा, उतना ही बंगाली भाषा का प्रसार होगा। इस मौके पर सीएम ममता ने अपनी खुद की लिखी कविता भी पढ़ी। उन्होंने कहा कि कविता का नाम ‘एकुशे’ है।
