मेडिकल साइंटिस्ट्स की एक इंटरनेशनल टीम की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि माउथ वॉश में कोरोना वायरस को मार देने की क्षमता है। सामने आई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि शरीर के सेल्स को संक्रमित करने से पहले ही माउथवॉश वायरस को मारकर कोविड-19 से बचा सकता है। लेकिन इस बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने माउथ वॉश को लेकर अलग राय दी थी।
क्लिनिकल ट्रायल करना बहुत जरूरी
डब्ल्यू एच ओ ने बीते कुछ समय पहले कहा था कि माउथवॉश आपको कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाता है अभी इसके कोई सबूत मौजूद नहीं हैं। हालांकि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस की फंक्शन मैगजीन में छपे शोध के अनुसार, माउथ वॉश में वायरस को मारने की क्षमता है और इसको लेकर क्लिनिकल ट्रायल करना बहुत जरूरी है।
इसी सिलसिले में ब्रिटेन के कार्डिफ यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने फंक्शन में शोध प्रकाशित की है। रिसर्चर्स की टीम को कार्डिफ यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट्स के साथ-साथ नॉटिंघम, कोलोराडो, ओटावा, बर्सिलोना समेत कई यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट का भी साथ मिला था।
हालांकि रिसर्चर्स फिलहाल बाजार में मौजूद माउथवॉश से कोरोना से बचा सकता है यह नहीं कह रहे है। वो अलग माउथवॉश की बात कर रहे, लेकिन इसको लेकर आगे रिसर्च करना फायदेमंद हो सकता है।
दरअसल में खतरनाक कोरोना वायरस ‘Enveloped Viruses’ के क्लास के होते हैं। यानी कि यह एक फैटी लेयर से ढका होता है। यह लेयर कुछ खास प्रकार के केमिकल से खत्म हो जाता है। साथ ही इस रिसर्च स्टडी में कहा गया है कि माउथवॉश कोरोना वायरस के बाहरी आवरण को खत्म कर सकता है। टेस्ट ट्यूब में किए गए प्रयोग में पाया गया कि कुछ माउथ वाश में ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो Enveloped Viruses के बाहरी आवरण को खत्म कर देते हैं।
ऐसे में रिसर्चर्स का कहना है कि दांतों को साफ करने के लिए इस्तेमाल होने वाले माउथ वाश में Chlorhexidine, Cetylpyridinium Chloride, Hydrogen Peroxide और Povidone-Iodine जैसे केमिकल होते हैं। सामने आई रिसर्च के अनुसार, इन केमिकल में संक्रमण रोकने की क्षमता होती है और नष्ट करने की भी।
