ECI on EPIC Numbers – पश्चिम बंगाल में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं, और उससे पहले राज्य की सियासत में सबसे बड़ा मुद्दा फर्जी वोटरों से जुड़ा है।
ECI on EPIC Numbers
सीएम ममता बनर्जी बीजेपी पर वोटर लिस्ट में बाहरी लोगों के नाम जोड़ने के आरोप लगाए थे और चुनाव आयोग से साठ-गांठ का भी दावा किया था।
इस मामले में अब चुनाव आयोग की तरफ से जवाब आया है, और आयोग ने सारे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
चुनाव आयोग ने रविवार को एक अधिसूचना जारी कर कहा कि कई मतदाताओं के ‘ईपीआईसी’ या चित्र पहचान पत्र संख्या का एक-दूसरे से मेल खाना असामान्य बात नहीं है।
बयान में कहा गया है, “सोशल मीडिया पोस्ट और समाचार रिपोर्टों में उठाए गए कुछ आरोप चुनाव आयोग के संज्ञान में आए हैं।” इसमें इस तथ्य का उल्लेख किया गया है कि दो अलग-अलग राज्यों के मतदाताओं का EPIC नंबर एक ही है।
आयोग ने स्पष्ट किया है कि कुछ मतदाताओं का EPIC नंबर एक ही हो सकता है। हालांकि, उनके अन्य विवरण, जैसे जन्म विवरण, विधानसभा क्षेत्र और मतदान केंद्र, पूरी तरह से अलग हैं।”
West Bengal – सीएम ममता ने आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल के मतदाताओं के फोटो पहचान पत्र के नंबर गुजरात या हरियाणा के मतदाताओं के फोटो पहचान पत्र के नंबर से मिलते-जुलते हैं।
बंगाल की मुख्यमंत्री ने केंद्रीय चुनाव आयोग पर भी उंगली उठाई और उस पर भाजपा का पक्ष लेने का आरोप लगाया।
