कर्तव्य का जज्बा लिए शपथ निभा रहे बड़ाबाजार में डॉ पिता पुत्र

कोलकाता

सनलाइट, कोलकाता। यदि मन में कर्तव्य भाव हो तो बड़ी से बड़ी बाधा भी मनुष्य को अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती इसी बात को चरितार्थ किया है बड़ाबाजार में चिकित्सा धर्म निभा रहे डॉ अशोक कुमार सिंह और उनके पुत्र अभिमन्यु कुमार सिंह ने।

वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान ये दोनों डॉ पिता पुत्र आम मरीजों के बीच देवदूत बन कर उभरे हैं। कई मरीज तो इन सौम्य व्यवहार वाले पिता पुत्र के पास जाते ही अपनी व्यथा आधी महसूस करने लगते हैं।

बड़ाबाजार के बड़तल्ला स्ट्रीट में कर्तव्य निभा रही  पिता पुत्र की यह डॉक्टर जोड़ी

कोलकाता के बड़ाबाजार स्थित बड़तल्ला स्ट्रीट में पिता पुत्र की यह डॉक्टर जोड़ी नियमित रूप से मरीजों का इलाज कर एक मिसाल कायम की है। यह कहने में कोई अतिश्योक्ति नहीं है कि इन्होंने मरीजों का इलाज अनवरत जारी रख कर डॉक्टर बनने पर ली गई शपथ को पूर्णतया निभाई है।

कर्तव्य परायणता की कर रहा है हर कोई प्रशंसा

संकट की इस विषम परिस्थिति में पिता पुत्र की चिकित्सक जोड़ी के कर्तव्य परायणता की हर कोई प्रशंसा कर रहा है। इनके सेवा कार्यों को कई सामाजिक गणमान्य लोगों ने सराहा है तो कई हृदय से आशीर्वाद भी दे रहे हैं।

डॉ अशोक कुमार सिंह

डॉ अशोक सिंह ने बताया कि साधारण सर्दी, खांसी, बुखार वाले मरीज भी आ रहे है जिनका वर्तमान में चिकित्सीय कमी के कारण उपचार नहीं हो पा रहा था इन सबके अलावा भी उनके पास कई तरह के मरीज आ रहे जिनका इलाज करने का वे पूरी तरह प्रयास कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि वे डॉ अभिमन्यु कुमार सिंह तथा प्राइवेट प्रैक्टिसनर डॉ राहुल सिंह के साथ चौबीसों घंटे अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं। विकट स्थिति में अलग अलग तरह के मरीजों को देखने बावजूद ये तीनों चिकित्सकों के चेहरे पर शिकन नही आती बल्कि रात तक ये मरीजों के साथ उतनी ही सहजता से पेश आते हैं जितनी सुबह के समय।

इनके इस कर्तव्यनिष्ठ कार्य से बड़ाबाजार ही नहीं बल्कि कोलकाता में भी इनके कार्यो की चर्चा के साथ प्रशंसा हो रही है। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि चिकित्सकों के अभाव के समय में इन डॉक्टर बाबू ने हम सभी के लिए जो काम किया है वो हमेशा याद रखा जाएगा।

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