Firhad Hakim – विधानसभा सत्र में फिरहाद हकीम की टिप्पणी को लेकर बीजेपी बार बार बॉयकॉट रही है। उनके बोलते ही बीजेपी विधायक लगातार बाहर निकल जा रहे थे।
Firhad Hakim
बीजेपी का कहना था कि अगर फिरहाद हकीम ने उस टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगी तो भाजपा विधायक उनसे विधानसभा में कोई सवाल नहीं पूछेंगे।
अगर Firhad Hakim बोलने भी गए तो विधानसभा से बीजेपी के संसदीय समूह चर्चा का ‘बहिष्कार’ करेंगे। बुधवार को भी विधानसभा सत्र में ‘बहिष्कार’ की तस्वीर देखने को मिली
आज भी फिरहाद हकीम के भाषण के दौरान बीजेपी विधायकों ने सत्र कक्ष से वॉकआउट कर दिया। तब स्पीकर बिमान बनर्जी ने फिरहाद हकीम से स्थिति स्पष्ट करने को कहा और बीजेपी विधायकों से कमरे में रुकने को कहा।
राज्य मंत्री और मेयर फिरहाद हकीम ने विधानसभा सत्र में अपनी टिप्पणी पर सफाई दी। उन्होंने कहा, वह किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहते थे।
फिरहाद हकीम ने कहा कि उनके बयान की ‘गलत व्याख्या’ की गई है। उन्होंने विधानसभा में कहा कि मैं हमेशा धर्मनिरपेक्षता की राह पर हूं।
उन्होंने कहा कि अपने सीने पर हाथ रखकर एक बार बताइए, क्या आप व्यक्तिगत तौर पर मुझे धर्मनिरपेक्ष मानते हैं या नहीं?
मैंने एक धार्मिक सभा में जो कहा, उस पर राजनीति करने का कोई मतलब नहीं है। तब विपक्षी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि उन्हें धार्मिक समारोह में जाने पर कोई आपत्ति नहीं है। आपने जो कहा उसपर आपत्ति है।
विपक्षी नेता के भाषण के बाद फिरहाद हकीम ने कहा कि मैं इस्लाम में विश्वास करता हूं, फिर भी मैं दुर्गा पूजा और काली पूजा में शामिल होता हूं। इस पर बहस करना उचित नहीं है। मेरा किसी को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था।