Ganesh Chaturthi – बागुईआटी के वीआईपी रोड में गणेश चतुर्थी के एक पंडाल ने पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर को दर्शाने की कोशिश की है।
Ganesh Chaturthi
एग्ज़ीक्यूटिव पैलेस कॉम्प्लेक्स के सदस्यों ने इस वर्ष गणेश चतुर्थी पर “वीर गणेश – रक्षा के देवता” थीम के माध्यम से दर्शकों के मन में भक्ति और देशभक्ति की भावना जगाने की कोशिश की।
लगातार पांचवे वर्ष गणेश चतुर्थी के उत्सव में कॉम्प्लेक्स के सदस्यों ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वालो को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस वर्ष कमेटी के सदस्यों ने पंडाल में पहलगाम हमले को लेकर मार्मिक दृश्य प्रस्तुत किए है। जो इस घटना को बताते हैं।
गणेश उत्सव का मुख्य आकर्षण मंडप में इंडियन और पाकिस्तानी फाइटर जेट विमान के प्रतीक की मौजूदगी है। मंडप में ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी कई चीजे दिखाने की कोशिश की गई है।
प्रसिद्ध कलाकार दीपांकर पॉल द्वारा निर्मित इस मूर्ति में एक शांत लेकिन शक्तिशाली क्षण को दर्शाया गया है, जिसमें देवी पार्वती बाल गणेश को गले लगा रही हैं।
एग्ज़ीक्यूटिव पैलेस कॉम्प्लेक्स के सचिव अंकित अग्रवाल ने कहा, इस वर्ष का विषय देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को हमारे साथ कमेटी के अन्य सदस्यों द्वारा विनम्र नमन है।
‘वीर गणेश – रक्षा के देवता’ के माध्यम से, हम प्रत्येक आगंतुक में अपने देश के प्रति गर्व, साहस और ज़िम्मेदारी की भावना जगाना चाहते हैं।
इस वर्ष थीम में शामिल अनोखे विषय के साथ हम चाहते हैं कि लोग यहां आकर रुकें, चिंतन करें और उस स्वतंत्रता के पीछे के बलिदानों को महसूस करें जिसका हम आज आनंद ले रहे हैं। रक्षक के रूप में गणेशजी ने हमें याद दिलाया कि शक्ति को हमेशा करुणा के साथ चलना चाहिए।
इस समारोह में कॉम्प्लेक्स के संजीव दुदानी (अध्यक्ष), अंकित अग्रवाल (सचिव), एम पी अग्रवाल (कोषाध्यक्ष) के साथ ही राम अवतार अग्रवाल, मनोज बिनानी,
कृष्ण अवतार अग्रवाल, आशीष टेकरीवाल, अरुण कुमार अग्रवाल, अभिषेक जैन, अमित अग्रवाल, ललित डागा, केशव बिनानी, अमन अग्रवाल, शैंकी जैन, मिठू चंदा, गौतम बसाक, बिश्वरूप बसु इस आयोजन को सफल सफल बनाने में सक्रिय थे।
अपने रचनात्मक और सामाजिक रूप से प्रासंगिक विषयों के लिए जाना जाने वाला, बागुईआटी रेल पुकुर रोड स्थित एक्जीक्यूटिव पैलेस अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन आगामी 27 से 31 अगस्त, 2025 तक उत्सव का माहौल जारी रखेगा, जिसमें शहर भर से भक्तों और आगंतुकों का स्वागत किया जाएगा, ताकि वे यहां आकर भक्ति, संस्कृति और देशभक्ति के अपने अनूठे मिश्रण का अनुभव कर सकें।
