कुरुक्षेत्र। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारंभ मंत्रोच्चारण और शंखनाद की गूंज के बीच का मंगलवार की सुबह हो गया। राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंत्रोच्चारण के बीच ब्रह्मसरोवर के पवित्र जल का आचमन कर पवित्र ग्रंथ गीता का पूजन कर नौ कुंडीय गीता यज्ञ में पूर्णाहुति डालकर महोत्सव की विधिवत रूप से शुरूआत की।
8 दिसंबर तक चलेगा गीता महोत्सव
गीता महोत्सव 8 दिसंबर तक चलेगा। हालांकि सरस और शिल्प मेला 10 दिसम्बर तक चलेगा। मंगलवार की सुबह-सुबह पुरुषोत्तपुरा बाग हरियाणवी परंपरागत वाद्य यंत्रों की धुन से गूंज उठा। गीता के श्लोको के उच्चारण से पूरा माहौल गीता के रंग में रंग गया। देश भर से पहुंचे कलाकारों ने मेहमानों की मेहमानावाजी में कोई कसर नहीं छोड़ी और कला प्रदर्शन से सभी की सराहना भी बटोरी। प्रशासन की ओर से पुरुषोत्तमपुरा बाग को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया है और सुंदर रंगोली व पेटिंग ने कार्यक्रम स्थल की शोभा को चार-चांद लगाने का काम किया।
अतिथियों ने वेद पाठियों के श्लोच्चारण के बीच गीता यज्ञ में पूर्णाहुति डाली। गीता महोत्सव की शुरूआत के बाद अतिथियों ने केडीडी के सदस्यों के साथ यादगार के तौर पर सामूहिक चित्र भी खिंचवाया। इसके बाद सभी मेहमानों ने गीता महोत्सव में पहली बार आयोजित इसरो प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसरो प्रदर्शनी के बाद मेहमानों ने हरियाणा पवेलियन का अवलोकन किया। मेहमानों ने हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत के दर्शन किए और हरियाणवी व्यंजनों का स्वाद भी चखा। राज्यपाल एसएन आर्य और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विभागों की राज्यस्तरीय प्रदर्शनी का भी शुभारंभ किया।
गीता के ज्ञान सागर से विश्व में हो रहा प्रकाश : मनोहर
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता के ज्ञान सागर से पूरे विश्व में फिर से प्रकाश हो रहा है। इस ज्ञान सागर के प्रकाश से विश्व को एक नई दिशा मिल रही है। देश के प्रधानमंत्री अपनी हर विदेश यात्रा में विदेशी राजनायकों को गीता भेंट कर रहे हैं। इस प्रकाश पुंज को आमजन तक पहुंचाने के लिए राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन कर रही है।