Kolkata Municipal Corporation में सत्र के दौरान सत्ता और विरोधी पार्षदों में जमकर नोकझोंक हुई। तृणमूल के असिम बोस और भाजपा के सजल घोष, विजय ओझा आपस में भिड़ गए। बात धक्का मुक्की तक बढ़ गई। अंततः स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए मेयर फिरहाद हकीम को भी बिच में आना पड़ा।
Kolkata Municipal Corporation
शनिवार को कोलकाता नगर परिषद का सत्र चल रहा था। माला रॉय ने सजल घोष को यह कहा कि विरोधियों के पास कोई सवाल क्यों नहीं है? अपने जवाब में बीजेपी नेता ने कहा, ”इसका कोई फायदा नहीं है। मेयर-डिप्टी मेयर कोई जवाब नहीं देते। तभी कथित तौर पर तृणमूल पार्षद असीम बोस सजल घोष और विजय ओझा की ओर बढ़े। उन्होंने दावा किया कि मेयर के बारे में इस तरह की टिप्पणी नहीं की जा सकती। इसके बाद जुबानी जंग हाथापाई में बदल गई।
