Lokkho Kanthe Gita Path आज, पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं

बंगाल कोलकाता

Lokkho Kanthe Gita Path – ब्रिगेड में आज लाख कंठ गीता पाठ का कार्यक्रम है। कुछ ही देर में कार्यक्रम शुरू होगा।

Lokkho Kanthe Gita Path

जिसके लिए जगह जगह से साधु संतों, आम लोगों को जमावड़ा लग चुका है। पहले इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के आने की बात थी पर उनका कार्यक्रम रद्द हो गया।

हालांकि पीएम ने कार्यक्रम के लिए शुभकामना सन्देश दिया है।

पीएम ने लिखा कि सनातन संस्कृति संसद, मतिलाल भारत तीर्थ सेवा मिशन आश्रम और अखिल भारतीय संस्कृत परिषद द्वारा संयुक्त रूप से कोलकाता के परेड ग्राउंड में आयोजित ‘लोक्खो कंठे गीता पाठ’ के बारे में जानकर प्रसन्नता हुई।

एक लाख लोगों द्वारा गीता का पाठ करने का लक्ष्य वास्तव में प्रशंसनीय है।

उन्होंने लिखा कि हमारी सांस्कृतिक विरासत उदात्त परंपराओं, गहन ज्ञान और दार्शनिक-आध्यात्मिक ज्ञान का मिश्रण है। समावेशिता, सांस्कृतिक विविधता और सद्भाव हमारी अंतर्निहित ताकतें हैं।

महाभारत के समय से लेकर हमारे स्वतंत्रता आंदोलन तक, आज तक, श्रीमद्भगवद गीता सभी को प्रेरित करती रहती है।

पीएम ने लिखा कि श्रीमद्भागवत एक व्यावहारिक मार्गदर्शक है जो अपार ज्ञान प्रदान करती है और एक सार्थक जीवन जीने का मार्ग दिखाती है।

यह जीवन की चुनौतियों से निपटने के लिए एक पुस्तिका के रूप में भी कार्य करती है। गीता द्वारा प्रस्तावित मार्गों का बहुलवाद भारतीय विचार और संस्कृति के लिए सर्वोत्कृष्ट है। चाहे वह ज्ञान, भक्ति, कर्म या कोई अन्य मार्ग हो, गीता प्रगति प्राप्त करने के लिए कई अलग-अलग लेकिन अंततः जुड़े हुए मार्ग प्रदान करती है।

ऐसी शिक्षाएँ समय और स्थान की सीमाओं को पार करती हैं, दुनिया की वास्तविक प्रकृति, स्वयं के स्वयं और संपूर्ण ब्रह्मांड में अंतर्दृष्टि प्रदान करती हैं।

मुझे विश्वास है कि जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों की इतनी बड़ी भीड़ द्वारा श्रीमद्भगवद गीता का पाठ न केवल सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देगा, बल्कि हमारे देश की विकास यात्रा में भी ऊर्जा का संचार करेगा।

2047 तक का समय सामूहिक प्रयासों से मजबूत, विकसित और समावेशी भारत के निर्माण के सपने को पूरा करने का अवसर है।

‘Lokkho Kanthe Gita Path सभी के लिए शांति और कल्याण लाए। इस प्रयास की सफलता के लिए सभी आयोजकों को शुभकामनाएँ।

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