Mamata Banerjee ने तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस के मंच से बीजेपी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, बीजेपी आरजीकर के असली आंदोलन का चेहरा बदलने की कोशिश कर रही है।
Mamata Banerjee
उन्होंने कहा कि आज जानबूझकर बंद बुलाया है। उन्हें बॉडी चाहिए। हमें न्याय चाहिए, दोषियों को सजा चाहिए। सीएम ममता ने कहा, अगर धरना ही देना है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ धरना दो। जिन्होंने आज तक एजेंसियां लगाकर लोगों को प्रताड़ित करने के अलावा कुछ नहीं किया।
सीएम ममता ने कहा, ”जो लोग आज कामदुनी की बात करते हैं, उन्हें बता दें कि हम कामदुनी घटना में भी फांसी चाहते थे। हाई कोर्ट के फैसले में दो लोगों को उम्रकैद की सजा दी गई।
सीएम Mamata Banerjee ने कहा कि फांसी की सजा की लिए 10 दिन के अंदर मैं ये बिल लाऊंगी और राज्यपाल को भेजूंगी। उन्होंने कहा, मैं जानती हूं, राजाबाबू कुछ नहीं करेंगे। अगर वह बिल पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे तो महिलाएं राजभवन में जाकर बैठेंगी। घंटों बैठे रहेंगी। इस बिल पर हस्ताक्षर होना चाहिए।
इसे राष्ट्रपति के पास भेजने से जिम्मेदारी का समाधान नहीं होगा। आपके भवन में एक महिला कर्मचारी पर अत्याचार होता है। उस लड़की को न्याय नहीं मिला।
सीएम Mamata Banerjee ने कहा कुछ लोग सोचते हैं कि यह बांग्लादेश है। लेकिन यह एक अलग अवस्था है। हम एक अलग राज्य हैं। सीएम ने कहा कि अगर बंगाल में आग लगेगी तो कोई राज्य नहीं रुकेगा। असम में भी आग लगेगी, नार्थ ईस्ट में भी आग लगेगी, यूपी में भी आग लगेगी। आपकी भी कुर्सी हिलेगी।
सीएम ने कहा कि शुक्रवार को छात्र फांसी की मांग को लेकर कॉलेज गेट पर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि ब्लॉक अध्यक्ष शनिवार को सभी ब्लॉकों में जुलूस निकालेंगे। दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक धरना दिया जाएगा।
एक सितंबर को छात्राएं ब्लॉकों में धरना आंदोलन करेंगी। बलात्कारी को फांसी देने की मांग होगी। सीएम ने कहा कई बार लोगों को सहना पड़ता है। अभी भी मैं सह रही हूँ। आप नहीं जानते कि जब मैं सीमा से बाहर हो जाऊँगी तो मैं क्या कर सकती हूँ। क्योंकि ‘I am the product of Movement’.